दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल के हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ एम सी गर्ग से हमने इस बारे में बात की और उनसे पूछा कि आखिर लाइफस्टाइल से जुड़े वे कौन से अहम जोखिम कारक हैं जिनकी वजह से हृदय रोग की समस्या बढ़ जाती है. डॉ गर्ग ने कहा, 'अगर हम एक्सरसाइज नहीं करते, अनहेल्दी चीजें खाते हैं, अपना वेट कंट्रोल में नहीं रखते तो इन सबकी वजह से शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल का निर्माण अधिक होने लगता है जिसकी वजह से हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है.' 5 जोखिम कारक जिनकी वजह से हृदय रोग का खतरा सबसे अधिक होता है, वे हैं:
स्ट्रेस यानी तनाव हम सभी की लाइफ का हिस्सा बन गया है. तनाव किसी भी चीज का हो सकता है फिर चाहे वह प्रोफेशनल लाइफ का हो या पर्सनल लाइफ का. स्ट्रेस यानी तनाव भले ही दिमाग में शुरू होता हो लेकिन इसका आपके पूरे शरीर पर बुरा असर पड़ता है. जिन लोगों के शरीर में स्ट्रेस अधिक होता है उनका ब्लड प्रेशर बढ़ता है जिससे उनकी धमनियां संकुचित होने लगती हैं और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है.
जिन लोगों का वजन अधिक है या जो लोग मोटापे का शिकार हैं उनके शरीर में मौजूद धमनियों (रक्तवाहिकाएं जो शरीर के हर अंग तक खून पहुंचाती हैं) में फैटी मटीरियल जमा होने लगता है. हृदय तक खून ले जाने वाली धमनियां अगर अवरुद्ध हो जाएं या क्षतिग्रस्त हो जाएं तो इस वजह से भी हार्ट अटैक का खतरा हो सकता है. इसके अलावा मोटापे की वजह से कोलेस्ट्ऱॉल, हाई बीपी और डायबिटीज की भी बीमारी हो सकती है और ये सारी चीजें हृदय रोग के लिए जिम्मेदार हैं.
अगर आप फल, सब्जियां, नट्स, सीड्स, साबुत अनाज जैसी हेल्दी चीजों की जगह ऐसी चीजें खाते हैं जिसमें सैचुरेटेड फैट, ट्रांस फैट, कोलेस्ट्रॉल और सोडियम की मात्रा अधिक है तो इस वजह से न सिर्फ आपका ब्लड प्रेशर बढ़ता है बल्कि एथेरोस्क्लेरोसिस नाम की हृदय संबंधित बीमारी भी हो सकती है.
अगर आपकी भी लाइफस्टाइल गतिहीन (sedentary) है यानी आप किसी तरह की फिजिकल ऐक्टिविटी नहीं करते, डेस्क जॉब है यानी 9-10 घंटे एक ही जगह बैठकर काम करते हैं, किसी तरह की एक्सरसाइज, वर्कआउट या योग नहीं करते तो समझ लीजिए आपको हृदय रोग का खतरा बहुत अधिक है. कई स्टडीज में भी यह बात साबित हो चुकी है कि जो लोग फिजिकली ऐक्टिव नहीं रहते हैं उनमें हार्ट डिजीज और स्ट्रोक होने का खतरा दूसरे लोगों की तुलना में दो गुना अधिक होता है.
धूम्रपान करने की वजह से हृदय रोग होने का खतरा 3 गुना बढ़ जाता है और बहुत अधिक अल्कोहल का सेवन करने से भी हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का जोखिम अधिक होता है. अगर आपको पहले से ही हृदय रोग की बीमारी है तो शराब पीने की वजह से आपकी दवाइयों का असर कम हो सकता है.
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