जामिया नगर हिंसा: सभी मेट्रो स्टेशन खोले गए, सेवाएं सुचारू रूप से जारी
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जामिया नगर हिंसा: सभी मेट्रो स्टेशन खोले गए, सेवाएं सुचारू रूप से जारी

सभी स्टेशनों पर सेवाएं सुचारू रूप से चालू है.  

फोटो- ANI

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी (Jamia Millia University) में रविवार को हुई हिंसा के बाद बंद किए गए दिल्ली के 15 मेट्रो स्टेशनों को सोमवार सुबह खोल दिया गया है. सभी स्टेशनों पर सेवाएं सुचारू रूप से चालू है. वहीं सुरक्षा को देखते हुए ओखला, मदनपुर खादर, जामिया नगर और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के सभी स्कूलों को बंद रखा गया है. आज जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में टीचर्स एसोसिएशन की मीटिंग होनी है.

दिल्ली पुलिस ने रविवार को हुई हिंसा में शामिल 50 छात्रों को छोड़ दिया है. जामिया नगर में छात्रों पर पुलिस की लाठीचार्ज के विरोध में रात को आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय में कई छात्रों ने प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन में जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के अलावा जेएनयू और कई यूनिवर्सिटी के छात्र शामिल हुए. इस प्रदर्शन में भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर आजाद और सीपीआई नेता डी राजा भी पहुंचे थे. वहीं एआईएमआईएम के नेता ओवैसी ने भी ट्वीट कर छात्रों को समर्थन किया. 

वहीं दिल्ली पुलिस ने जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी (Jamia Millia University) परिसर में रविवार को प्रवेश करने की रिपोर्ट से इनकार किया है. जामिया इलाके में हिंसक विरोध प्रदर्शन में अनेक लोग घायल हो गए और कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्व) चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को सिर्फ पीछे हटने को मजबूर किया गया, लेकिन पुलिस ने कोई गोली नहीं चलाई. हालांकि उन्होंने माना कि परिसर के भीतर से पत्थरबाजी होने पर पुलिस ने प्रवेश करके उद्रवियों की पहचान करने की कोशिश की.

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बिस्वाल ने बताया, "हिंसा में पुलिस के 6 जवान जख्मी हो गए और कई प्रदर्शकारियों को हिरासत में लिया गया." उन्होंने कहा, "कुछ प्रदर्शकारी हिंसा करने की तैयारी करके आए थे, इसलिए जब उनको रिंग रोड पर रोका गया तो वे हिंसा पर उतारू हो गए."

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पुलिस हालांकि इस बात की पुष्टि नहीं करना चाहती है कि रविवार की हिंसा में पेट्रोल बम का इस्तेमाल किया गया. उन्होंने इस बात की भी पुष्टि नहीं की कि रविवार के विरोध प्रदर्शन में छात्र शामिल थे या नहीं.

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बता दें कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर रविवार को प्रदर्शन के हिंसक हो जाने पर राष्ट्रीय राजधानी के निवासियों व राहगीरों को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा. करीब 1,000 लोगों की भीड़ ने सीएए को लेकर प्रदर्शन किया.

(इनपुट-आईएएनएस)

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