Kolkata: फ्रैक्चर..150 ग्राम लिक्विड, कोलकाता रेप-मर्डर केस के 5 दावे; जिसे पुलिस ने किया खारिज!
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Kolkata: फ्रैक्चर..150 ग्राम लिक्विड, कोलकाता रेप-मर्डर केस के 5 दावे; जिसे पुलिस ने किया खारिज!

Kolkata News: कोलकाता रेप मर्डर केस से जुड़े कई दावों को कोलकाता पुलिस ने साफ-साफ खारिज कर दिया है. फ्रैक्चर, प्राइवेट पार्ट में लिक्विड संबंधी कई बातों पर खुद कोलकाता पुलिस प्रमुख विनीत गोयल ने जानकारी दी है.

Kolkata: फ्रैक्चर..150 ग्राम लिक्विड, कोलकाता रेप-मर्डर केस के 5 दावे; जिसे पुलिस ने किया खारिज!

Kolakata Rape Murder Case: कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल की महिला डॉक्टर से रेप-मर्डर केस में रोज कुछ ना कुछ खुलासे हो रहे हैं. इसी कड़ी में अब पुलिस ने उन कई दावों को खारिज कर दिया है जो इस केस को लेकर सोशल मीडिया पर उड़े हैं. असल में जब लोगों ने महिला डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता की दिल दहला देने वाली बातें सुनीं और सोशल मीडिया पर कीं, तो ऑनलाइन की इस दुनिया में कई गलत जानकारियां भी फैलने का दावा किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि केस से जुड़ीं कई गलत खबरें बाहर आईं हैं. 

पीड़िता के साथ रेप और मर्डर तो हुआ है, लेकिन केस के बाद सामने आई अन्य बातों की जानकारी आधिकारिक जांच पूरी होने के बाद आएगी. इसी कड़ी में कोलकाता पुलिस ने साफ-साफ कई दावों को खारिज कर दिया है. फ्रैक्चर.. प्राइवेट पार्ट में लिक्विड संबंधी कई बातों पर खुद कोलकाता पुलिस प्रमुख विनीत गोयल ने जानकारी दी है.

1. फ्रैक्चर वाली बात

पुलिस ने बताया कि मृतक की पोस्टमार्टम एक मजिस्ट्रेट के सामने की गई और उसका वीडियो भी बनाया गया. रिपोर्ट में किसी भी तरह की फ्रैक्चर का जिक्र नहीं है. सोशल मीडिया, खासकर एक इंस्टाग्राम टेम्पलेट पर, पेल्विक गिर्डल फ्रैक्चर जैसी चोटों की बातें की गई हैं, लेकिन पुलिस ने इन बातों को भी गलत बताया है.

2. अस्वाभाविक मौत या अप्राकृतिक मृत्यु?

कलकत्ता हाई कोर्ट ने कहा था कि अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज किए जाने से संदेह पैदा हुआ है. इतना ही नहीं अस्पताल प्रशासन को शिकायत दर्ज नहीं करने के लिए फटकार भी लगाई. अस्वाभाविक मौत के मामलों में आत्महत्या, हत्या, दुर्घटना शामिल हैं. सीआरपीसी की धारा 174 और बीएनएस की संबंधित धारा में इस बारे में बताया गया है. 

मामले में कोलकाता पुलिस प्रमुख विनीत गोयल ने कहा कि हत्या एक अस्वाभाविक मौत है. जब कोई तत्काल शिकायत नहीं होती है, तो आपको जांच करनी पड़ती है. जांच से पहले मौत का मामला दर्ज किया जाता है. इसलिए समझ नहीं आ रहा है कि ऐसा क्यों कहा जा रहा है कि अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज करके हम मामले को दबाना चाहते थे और इसे आत्महत्या का रूप देना चाहते थे. ऐसा नहीं है. 

3. शरीर में 150 ग्राम लिक्विड?

घटना से जुड़े कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि मृतक के शरीर में 150 ग्राम लिक्विड मिला है, जिससे गैंगरेप का संकेत मिलता है. इसको लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट में मिटक के परिजन की तरफ से याचिका भी दायर हुई. लेकिन अब विनीत गोयल ने इस बात से इनकार किया है. गोयल ने कहा कि मुझे नहीं पता कि उन्हें इस तरह की जानकारी कहां से मिली है. और यह मीडिया में तरह-तरह के रूप में घूम रही है. लोग भी इस पर विश्वास करने के लिए लालायित हैं और वे लोगों के बीच भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.

4. मृतक से जुड़े ही कुछ लोग संदिग्ध?

यह भी बात सामने आई कि डॉक्टर के कुछ सहयोगियों को संदिग्ध बताया गया है. सूत्रों का कहना है कि माता-पिता ने सीबीआई को संदिग्धों की एक सूची दी है, लेकिन गिरफ्तार आरोपी को छोड़कर किसी भी एजेंसी ने किसी का नाम दर्ज नहीं किया है. ऐसा पुलिस ने बताया है.

5. प्रभावशाली राजनेता का बेटा?

सोशल मीडिया पर दावा किया गया था कि डॉक्टर का जूनियर एक प्रभावशाली राजनेता का बेटा है, जबकि वह एक शिक्षक का बेटा है. पुलिस का कहना है कि इस तरह की झूठी कहानियां फैलाई गईं ताकि यह दावा किया जा सके कि कुछ बड़े लोगों को उनके द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है.

इतना ही नहीं इस केस से जुड़ीं कई बातें सामने आईं हैं. कुछ सोशल मीडिया पर कई लोगों ने यह भी सवाल उठाया है कि मृतक डॉक्टर का नाम और उनके द्वारा लिखी गई एक कथित प्रिस्क्रिप्शन की कॉपी कैसे सोशल मीडिया पर लीक हो गई. जबकि यौन उत्पीड़न मामलों की रिपोर्टिंग पर सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का यह सीधा उल्लंघन है.

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