Dindoshi Assembly Elections 2024: डिंडोसी से कौन मारेगा बाजी? संजय निरुपम को शिवसेना का टिकट, जानें पुराना ट्रैक रिकॉर्ड
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Dindoshi Assembly Elections 2024: डिंडोसी से कौन मारेगा बाजी? संजय निरुपम को शिवसेना का टिकट, जानें पुराना ट्रैक रिकॉर्ड

Maharashtra Assembly Elections: भगवा पार्टी से टिकट मिलने से गदगद निरुपम ने कहा, 'दिंडोशी से उम्मीदवार बनने का मतलब मैं भाग्यशाली हूं. पार्टी ने मुझ पर भरोसा किया. मैं मतदाताओं का विश्वास जीतूंगा और 23 नवंबर को भगवा लेकर विधानसभा पहुंचूंगा'. वहीं मिलिंद देवड़ा ने भी बता दिया है कि वर्ली से कोई उन्हें किसी से कम समझे की भूल न करे.

Maharashtra elections: The maha battle for survival

Dindoshi Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Vidhan Sabha Chunav) के लिए शिवसेना ने बीस उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी करके दूसरा दांव चल दिया है. फिलहाल महाराष्ट्र की हर सीट हॉट सीट है. जहां दीवाली और छठ में घर जाने के लिए रेलवे की कंफर्म टिकट मिलने जितनी मारामारी है. जिसे अपने दल से टिकट नहीं मिला, उसने दलबदल से दूसरे दल से टिकट ले लिया. कई नेता तो लॉटरी निकलने यानी अब भी टिकट मिलने की आस में भागादौड़ी कर रहे हैं. कुल 288 सीटों की बात करें तो हर जगह कुछ 'रणबांकुरे' निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं.

जबरदस्त सियासी घमासान के बीच शिवसेना की दूसरी सूची में सबसे ज्यादा चर्चा संजय निरुपम और मिलिंद देवड़ा की है. दोनों कभी खांटी कांग्रेसी थे. जिन्होंने लोकसभा चुनावों के दौरान अपने-अपने आत्मसम्मान को चोट पहुंचने की बात कहकर कांग्रेस से 'आखिरी नमस्ते' करके अलविदा कह दिया था.  

डिंडोशी और वर्ली में ‘हाई-वोल्टेज’ मुकाबला

पूर्व सांसद संजय निरुपम मुंबई की डिंडोशी सीट से शिवसेना के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. संजय निरुपम भी पहले मुंबई में कांग्रेस का सबसे बड़ा चेहरा थे. वो शिवसेना में शामिल होने से पहले काफी समय से कांग्रेस की महाराष्ट्र यूनिट के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे थे. एक दो बार उन्होंने पार्टी आलाकमान पर भी निशाना साधा था. जिसके बाद उनकी वहां से छुट्टी तय मानी जा रही थी. इस बीच उन्होंने मौके की नजाकत को समझते हुए कांग्रेस को 'टाटा' कर दिया. ऐसे में डिंडोशी सीट भी हॉट सीट बन गई है. 

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Dindoshi Assembly seat candidate डिंडोशी का सियासी समीकरण

कांग्रेसी रहे संजय निरुपम को शिवसेना ने डिंडोशी से टिकट दिया है. डिंडोशी मलाड का उपनगर है. डिंडोशी सीट मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है. डिंडोशी सीट 2008 में परिसीमन के बाद बनी थी. बीते 10 सालों से अविभाजित शिवसेना यहां से जीत रही थी. यहां पर महायुति (Mahayuti) बनाम महाविकास अघाड़ी (NVA) में मुकाबला है. महायुति में बीजेपी (BJP), शिवसेना और NCP हैं तो अघाड़ी में कांग्रेस, उद्धव सेना और एनसीपी (शप) शामिल हैं.

2019 में यहां 55.49% पोलिंग हुई थी. एसएचएस के सुनील प्रभु ने जीत दर्ज की थी. NCP की विद्या चाव्हाड़ दूसरे नंबर पर थीं. प्रभु को 82,203 और विद्या को 37,692 वोट मिले थे. राज ठाकरे की मनसे के अरुण सुर्वे 25,854 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर थे. वहीं 2014 में 53.63% वोट पड़े थे. सुनील प्रभु जीते थे. कांग्रेस दूसरे नंबर पर थी.

निरुपम का बयान

संजय निरुपम बीती रात मुख्यमंत्री के अधिकारिक निवास 'वर्षा' बंगले की ओर गए. वहां उन्होंने कहा, 'मैं डिंडोशी के मतदाताओं का विश्वास जीतूंगा और 23 नवंबर को भगवा लेकर विधान सभा जाऊंगा'.

शिवसेना ने राज्यसभा सदस्य मिलिंद देवड़ा को मुंबई की वर्ली सीट से पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे एवं शिवसेना (UBT) उम्मीदवार आदित्य ठाकरे के खिलाफ घोषित किया है. देवड़ा को वर्ली के मौजूदा MLA आदित्य ठाकरे (Milind Deora Vs Aaditya Thackeray in Worli seat) के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारने के शिंदे के फैसले से यहां भी ‘हाई-वोल्टेज’ मुकाबला तय माना जा रहा है. 

लिस्ट के दिग्गज

शिवसेना ने बीजेपी (BJP) के लोकसभा MP नारायण राणे के बेटे नीलेश राणे को कुडाल सीट से टिकट दिया. नीलेश के छोटे भाई और सिंधुदुर्ग जिले के कंकावली से मौजूदा विधायक नितेश राणे को BJP ने इस सीट से फिर चुनावी मैदान में उतारा है. पार्टी ने विधान परिषद सदस्य (MLC) और पूर्व MP भावना गवली को वाशिम जिले की रिसोड़ सीट से एक अन्य MLC अम्शिया पाडवी धुले जिले की अक्कलकुवा सीट से टिकट दिया.

महाराष्ट्र में 20 नवंबर को वोटिंग होगी. नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.

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