Rajasthan News: जयपुरवासियों को मिलेगी जाम से निजात!अब निर्धारित रूट पर ही चलेंगे ई–रिक्शा
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Rajasthan News: जयपुरवासियों को मिलेगी जाम से निजात!अब निर्धारित रूट पर ही चलेंगे ई–रिक्शा

Jaipur News: ट्रैफिक पुलिस द्वारा अवैध ई–रिक्शा पर ताबड़तोड़ कार्रवाई भी की जा रही है. इसके बावजूद जयपुर शहर में जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है

Rajasthan News: जयपुरवासियों को मिलेगी जाम से निजात!अब निर्धारित रूट पर ही चलेंगे ई–रिक्शा

Jaipur News: राजधानी में भले ही ई-रिक्शा आमजन के आवागमन के लिए बेहतर साधन साबित हो रहा हो लेकिन बेतरतीब तरीके से दौड़ रहे इन ई–रिक्शा से चारदीवारी समेत पूरे जयपुर शहर में जाम की समस्या देखने को मिल रही है. ई-रिक्शा से होने वाली जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए यातायात पुलिस परिवहन विभाग के सहयोग से एक नई पहल शुरू करने जा रही है. सब कुछ सही रहा तो आने वाले समय में केवल चिन्हित ई–रिक्शा ही निर्धारित मार्ग पर चलते हुए नजर आयेंगे, जिससे जाम की स्थिति से आमजन को राहत मिलेगी.

चारदीवारी समेत पूरे जयपुर में ई–रिक्शा का मकड़जाल फैलता जा रहा है. शहर में अवैध ई–रिक्शा दौड़ रहे हैं जिनके चलते शहर में घंटों जाम की समस्या बनी रहती है. जिसके चलते कई बार एक्सीडेंट भी हो जाते हैं

ट्रैफिक पुलिस द्वारा अवैध ई–रिक्शा पर ताबड़तोड़ कार्रवाई भी की जा रही है. इसके बावजूद शहर में जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है. जाम की इसी समस्या से निजात पाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने अब जोन वाइस ई–रिक्शा चलाने की तैयारी कर ली है. जयपुर शहर को 8 से 10 जोन में बांटा जाएगा और जोन के हिसाब से चिन्हित ई–रिक्शा का संचालन किया जाएगा.

 कोई भी ई–रिक्शा अगर 1 जोन से दूसरे जोन में जाएगा तो उसके खिलाफ ट्रैफिक पुलिस की ओर से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. परिवहन विभाग की ओर से ट्रैफिक पुलिस को ई-रिक्शा संचालित करने के लिए जोन वाइज रिपोर्ट भेजी गई है. खास बात यह है कि जिन इलाकों में बस या अन्य सार्वजनिक वाहन नहीं चल रहे हैं, वहां जोन वाइस ई–रिक्शा संचालित होने से आम लोगों को अपने घर तक पहुंचाने के लिए साधन मिलेगा. वहीं शहर में जाम की समस्या भी खत्म होगी.

वर्तमान हालात की बात करें तो जयपुर शहर में 35 से 40 हजार ई–रिक्शा दौड़ रहे हैं. विभाग की ओर से परमिट तो मिल गया लेकिन अब तक ई–रिक्शा के संचालन करने के लिए क्षेत्र चिन्हित नहीं है. ऐसे में कोई भी ई–रिक्शा कहीं पर भी चला सकते हैं. खास बात यह है कि वाराणसी की तर्ज पर जयपुर में पहली बार इन ई–रिक्शा में अब क्यूआर कोड भी लगा होगा. क्यूआर कोड में ई–रिक्शा संचालक के नाम, पता की पूरी डिटेल भी अपलोड की जाएगी. यह क्यूआर कोड आम लोगों को भी एप्लीकेशन के जरिए प्रोवाइड कराया जाएगा. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्यूआर कोड से कोई भी महिला या पुरुष रात के समय स्कैन कर ई-रिक्शा संचालक का पूरा ब्योरा जान सकेंगे.

खास बात यह है कि क्यू कोड में ई-रिक्शा के संचालन का रूट मैप भी अपलोड किया जाएगा. अगर कोई भी ई–रिक्शा संचालक अपने ई–रिक्शा को रूट मैप से अलग संचालित करेगा तो उसके खिलाफ सड़क पर तैनात ट्रैफिक कर्मी क्यूआर कोड स्कैन कर कार्रवाई कर सकेंगे. अब तक वाराणसी में ही क्यूआर कोड के जरिए ई–रिक्शा संचालित हो रहे हैं. 

राजस्थान के जयपुर शहर में पहली बार क्यूआर कोड का प्रयोग ट्रैफिक पुलिस की ओर से किया जाएगा. नई कवायद के तहत अगर यह प्रयोग सही रहा तो परिवहन विभाग के सहयोग से पूरे राजस्थान में इस तकनीक को अपनाया जाएगा. बहरहाल देखना होगा कि ट्रैफिक पुलिस की यह नई पहल अवैध ई-रिक्शा संचालकों पर लगाम लगाने और जाम की समस्या को खत्म करने में कितनी सफल साबित हो पाती है.

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