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नई दिल्ली. स्मार्टफोन (Smart Phone) हर किसी की जिंदगी (Lifestyle) का अहम हिस्सा बन चुके हैं. आज के दौर में स्मार्टफोन से कुछ पल की दूरी होने पर भी लोग बेचैन हो उठते हैं. कई लोग तो देर रात तक फोन (Phone) पर सोशल मीडिया (Social Media) पर एक्टिव रहते हैं या वीडियोज (Videos) देखते रहते हैं.
अगर आप भी देर रात तक फोन (Phone) या लैपटॉप (Laptop) का इस्तेमाल करते हैं तो अब इस आदत को छोड़ने (Smartphone Addiction) का समय आ गया है. दरअसल देर रात तक फोन (Phone) और लैपटॉप (Laptop) चलाने की आदत का पुरुषों की सेहत (Men's Health) पर बुरा असर पड़ता है. इस बात का खुलासा एक स्टडी (Study) में हुआ है.
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अमेरिका की वर्चुअल स्लीप मैग्जीन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, फोन (Phone) और लैपटॉप (Laptop) से निकलनी वाली ब्लू लाइट (Blue Light) पुरुषों की स्पर्म (Sperm) क्वालिटी पर बुरा असर डालती है. इसकी वजह से स्पर्म क्वालिटी (Sperm Quality) खराब हो जाती है. इसका प्रजनन क्षमता (Male Infertility) पर बुरा असर पड़ता है.
इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने 116 पुरुषों के स्पर्म के नमूने लिए थे. इन सभी पुरुषों की उम्र 21 से 59 साल के बीच थी. ये सभी लोग फर्टिलिटी इवैल्युएशन (Fertility Evaluation) से गुजर रहे थे.
इन सभी लोगों से इनकी आदतों और दैनिक दिनचर्या (Lifestyle) के बारे में कई सवाल किए गए. उसके बात शोधकर्ताओं ने पाया कि शाम और रात में फोन (Phone) और लैपटॉप से निकलने वाली ब्लू लाइट (Blue Light) और खराब स्पर्म (Sperm) क्वालिटी के बीच संबंध है. स्टडी (Study) के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल उपकरणों का प्रजनन क्षमता (Fertility) पर बुरा असर पड़ता है.
स्टडी के अनुसार, जो पुरुष देर रात तक फोन (Phone) या दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों (Electronic Gadgets) का इस्तेमाल करते हैं, उन पुरुषों में इन्फर्टिलिटी (Infertility) का दर बढ़ जाता है. वहीं, जो पुरुष समय पर सोते हैं और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग कम करते हैं, उनके स्पर्म (Sperm) की क्वालिटी बेहतर होती है.
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स्टडी (Study) में सामने आया है कि फोन (Phone) से निकलने वाली रेडिएशन (Radiation) से डीएनए (DNA) को नुकसान पहुंचता है और कोशिकाएं ठीक होने की क्षमता धीरे-धीरे खोने लगती हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत में 23 फीसदी पुरुष इन्फर्टिलिटी (Male Infertility) की समस्या से पीड़ित है.