बिहार: पहले चरण में इन नेताओं की किस्मत दांव पर, जानिए किनके बीच होगा दिलचस्प मुकाबला
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बिहार: पहले चरण में इन नेताओं की किस्मत दांव पर, जानिए किनके बीच होगा दिलचस्प मुकाबला

पहले चरण में कुल 43 प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला होगा. गया और नवादा में 13-13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है 

पहले चरण में कुल 43 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला होगा. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

पटना: लोकसभा चुनाव के पहले चरण को लेकर चुनाव आयोग ने कमर कस ली है. सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम किये गए है. नक्सलवाद से प्रभावित बूथों पर सुरक्षा की ऐसी व्यवस्था की कोई परिंदा भी पर नहीं मार सके.11 अप्रैल सुबह सात बजे से मतदान शुरू होगा. बिहार में पहले चरण में कुल 43 प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला होगा. गया और नवादा में 13-13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है तो औरंगाबाद और जमूई संसदीय लोकसभा सीट पर 9-9 उम्मीदवार डटे हैं. 

 

 पिछले कुछ समय से सभी नेता ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं. पहले चरण में बिहार के कई बड़े नेताओं की तकदीर ईवीएम में बंद हो जाएगी. हर किसी की निगाहें बिहार के चार सीटों पर है जहां से कई कद्दवार नेता चुनावी मैदान में हैं. 

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चिराग पासवान: एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान जमुई से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. 2014 में उन्होंने राजनीति में एंट्री ली और जीत दर्ज की. जमुई में कुल 9 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं लेकिन हर किसी की निगाहें इसी बात पर है कि  क्या चिराग पासवान इस बार भी जीत दर्ज कर पाएंगे. जमुई में चिराग पासवान और भूदेव चौधरी में कांटे की टक्कर है. भूदेव चौधरी को महागठबंध की पार्टी आरएलसपी ने टिकट दिया है. भूदेव चौधरी पहले भी सासंद रह चुके हैं और जमुई लोकसभा क्षेत्र में जाना माना चेहरा हैं. 

जीतन राम मांझी
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गया लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में हैं. जीतन राम मांझी अपनी खुद की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा से चुनाव लड़ रहे हैं. मांझी पहली बार 1980 में विधायक चुने गए हैं और बिहार के पहले दलित सीएम भी रह चुके हैं. गया में जीतन राम मांझी के सामने एनडीए गठबंधन की पार्टी जेडीयू ने विजय मांझी को मैदान में उतारा है. यहां जीतन राम मांझी की सीधी टक्कर जेडीयू से है. खुद राहुल गांधी जीतन राम मांझी के लिए तो नरेंद्र मोदी विजय मांझी के लिए चुनाव प्रचार करने के लिए गया आ चुके हैं. 

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नवादा में बाहुबलियों की लड़ाई
नवादा सीट इस बार एनडीए के घटक दल एलजेपी के हिस्से चली गई है. इसी कारण मौजूदा सांसद गिरिराज सिंह को बीजेपी यहां से उम्मीदवार नहीं बना पाई. सिंह ने इसे लेकर काफी नाराजगी भी जताई थी. एलजेपी ने इस सीट से चंदन सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है, वहीं महागठबंधन की ओर से आरजेडी ने विभा देवी पर दांव लगाया है.

दरअसल यहां दो बाहुबलियों के बीच लड़ाई है. चंदन कुमार जहां बाहुबली सूरजभान सिंह के भाई हैं, वहीं विभा देवी विधायक राजबल्लभ यादव की पत्नी हैं. राजबल्लभ एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में भूमिहार बहुल इस सीट से बीजेपी के गिरिराज सिंह विजयी हुए थे. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के राजबल्लभ यादव को हराया था. 

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