हमारे शरीर में छिपे बैठे 'जोंबी वायरस', कैंसर को देते हैं बढ़ावा; नई स्टडी चौंका रही
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हमारे शरीर में छिपे बैठे 'जोंबी वायरस', कैंसर को देते हैं बढ़ावा; नई स्टडी चौंका रही

Zombie Virus News: मानव शरीर के जीनोम में कुछ 'जोंबी वायरस' छिपे हुए हैं. नई रिसर्च से पता चला है कि कैंसर अपने विकास के लिए इन जोंबी वायरस के कुछ हिस्सों का उपयोग कर सकता है.

हमारे शरीर में छिपे बैठे 'जोंबी वायरस', कैंसर को देते हैं बढ़ावा; नई स्टडी चौंका रही

Zombie Virus In Human Body: अमेरिकी रिसर्चर्स के अनुसार, इंसानी शरीर के जीनोम में कुछ जोंबी वायरस छिपे हुए हैं. जीनोम किसी जीव के डीएनए का पूरा सेट होता है. ये जोंबी वायरस विदेशी डीएनए से प्राप्त हुए हैं और पीढ़ियों से मनुष्यों में पहुंचते रहे. इन पर किसी का ध्यान नहीं गया. लंबे समय तक यह माना जाता रहा कि वे निष्क्रिय हैं, लेकिन हालिया रिसर्च से पता चला है कि जीनों के इन सीक्वेंस में तबाही मचाने की क्षमता है.

कोलोराडो यूनिवर्सिटी के जैव सूचना विज्ञानी, आत्मा इवानसेविक के नेतृत्व में रिसर्चर्स ने पाया कि कैंसर अपने विकास के लिए इन जोंबी वायरस के कुछ हिस्सों का इस्तेमाल कर सकता है. जीनोम बायोलॉजिस्ट और स्टडी के सीनियर ऑथर एडवर्ड चुओंग ने कहा, 'हमारी स्टडी दिखाती है कि आज की बीमारियां इन प्राचीन वायरल संक्रमणों से काफी प्रभावित हो सकती हैं, जिन पर हाल तक बहुत कम रिसर्चर्स ध्यान दे रहे थे.'

कैंसर कोशिकाओं के जीन को क्या चालू करता है?

इन प्राचीन जीन जिन्हें पहले 'जंक' डीएनए कहकर खारिज कर दिया गया था, एंडोजेनस रेट्रोवायरस (ERVs) के अवशेष हैं. ये वायरस स्तनधारियों के अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि उन्होंने प्लेसेंटा के विकास को प्रेरित किया. हालांकि ERVs से जुड़ी हर चीज मानव के अस्तित्व में मददगार नहीं है.

चुओंग ने कहा, 'हम जानते हैं कि कैंसर कोशिकाएं बहुत सारे जीन को व्यक्त करती हैं जिन्हें चालू नहीं होना चाहिए, लेकिन कोई भी वास्तव में नहीं जानता कि उन्हें क्या चालू करता है. यह पता चला है कि उन्हें चालू करने वाले कई स्विच इन प्राचीन वायरस से प्राप्त हुए हैं.'

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प्राचीन जीन कैंसर को बढ़ावा दे रहे, कैसे पता चला?

इवानसेविक और उनकी टीम ने 21 तरह के कैंसर के एपिजीनोम पर डेटासेट का एनालिसिस किया. उनकी टीम लॉन्ग टर्मिनल रिपीट 10 (LTR10) नामक ERV के एक विशेष परिवार से टकराई, जो बहुत उच्च स्तर पर सक्रिय पाया गया. रिसर्चर्स ने पाया कि हमारे प्राइमेट पूर्वज लगभग 30 मिलियन वर्ष पहले मूल वायरस से संक्रमित हुए थे.

रिसर्चर्स ने कोलोरेक्टल कैंसर ऊतकों की कोशिका रेखा पर एक फंक्शनल स्टडी की. इसमें पाया गया कि जीन की अभिव्यक्ति को LTR10 द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जिसकी ट्यूमर की उत्पत्ति में स्थापित भूमिका होती है. मानव कोलोरेक्टल ट्यूमर कोशिकाओं में अनडेड LTR10 जीन को निष्क्रिय कर दिया गया. और चूहों में कैंसर के विकास के लिए जिम्मेदार जीन, जिनमें एक्सआरसीसी4 भी शामिल है, को निष्क्रिय कर दिया गया.

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इवानसेविक और उनकी टीम ने पाया कि LTR10 इन जीनों को नियंत्रित करने के लिए एक एपिजेनेटिक स्विच के रूप में काम करता है. यह भी पता चला कि कैंसर ट्यूमर में जीन अभिव्यक्ति के पैटर्न को बदलने के लिए इस त्यागे गए वायरस का उपयोग कर रहा है.

रिसर्चर्स ने कहा कि जब मानव प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है, तो ये जोंबी वायरस फिर से जीवित हो जाते हैं.

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