ASHES: स्मिथ की जगह लेना किसी के लिए भी बहुत मुश्किल- मार्नस लाबुशेन
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ASHES: स्मिथ की जगह लेना किसी के लिए भी बहुत मुश्किल- मार्नस लाबुशेन

एशेज सीरीज में स्टीव स्मिथ की जगह आए मार्नस लाबुशेन का मानना है कि उनकी टीम में स्टीव स्मिथ की जगह लेना आसान नहीं है.

 लाबुशेन ने स्मिथ की तरह तो बल्लेबाजी नहीं की, लेकिन फिर उन्होंने टीम को निराश नहीं किया. (फोटो: IANS)

हेडिंग्ले (यूके):  इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज में स्टीव स्थिम (Steve Smith)  की जगह ऑस्ट्रेलिया की टीम में शामिल हुए मार्नस लाबुशेन (Marnus Labuschagne) का कहना है कि स्मिथ की जगह लेना किसी के लिए भी बहुत मुश्किल है. लाबुशेन ने यह बात एशेज सीरीज के तीसरे टेस्ट के तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद कही.  दिन का खेल खत्म होने तक इंग्लैंड की टीम ने दूसरी पारी में तीन विकेट के नुकसान पर 156 रन बना लिए थे. इंग्लैंड को जीत के लिए इस मैच में 359 रन बनाने हैं.

इस सीरीज के दूसरे टेस्ट में स्टीव स्मिथ को कन्कशन चोट लगने और उसकी पुष्टि होने के बाद उनकी जगह ऑस्ट्रेलियाई टीम में मार्नस को शामिल किया गया था. तभी से उनके खेल की तुलना स्मिथ से हो रही है. शनिवार को दिन का खेल खत्म होने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए लाबुशेन ने कहा, “स्मिथ की जगह लेना किसी के लिए भी मुश्किल होगा. मैं केवल अपने खेल पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं. और बाहर किस तरह की खबरें चल रही हैं इसकी परवाह नहीं कर रहा हूं.”

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लाबुशेन ने कहा, “जी हां आप शतक लगाना चाहते हैं, लेकिन यह बड़ी से बड़ी लीड लेने की बात थी. हमारा उद्देश्य था कि हम 350 रन की लीड लें और मैच जीतने के लिए बढ़िया स्थिति में आ जाएं” लाबुशेन ने इस मैच की दूसरी पारी में 80 रन की पारी खेली  जिससे ऑस्ट्रेलिया को 358 रन की लीड मिल सकी.  दाएं हाथ के इस बल्लेबज ने पहली पारी में भी 74 रन की पारी खेली थी. उन्होंने अपनी पारी का श्रेय काउंटी ग्लामोर्गन को दिया. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में घरेलू क्रिकेट खेलने से उन्हें स्विंग के खिलाफ खेलने में मदद मिली.

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टीम में अपनी भूमिका के बारे में लाबुशेन ने कहा, “मेरा काम टीम के लिए योगदान देना है और यह सुनिश्चित करना है कि हम मजबूत स्थिति में आ जाएं. मुझे यकीन है कि ड्रेसिंग रूम में सभी की यही मानसिकता होगी. और मेरे लिए कुछ अलग नहीं हैं. जाहिर हैं जब आप स्कोर करते हैं तो आप को खेल के बारे में ज्यादा जानकारी होती है. मैं और ज्याद् अनुशासन दिखाने की कोशिश कर रहा हूं और यह अच्छी बात है. ग्लैमोर्गन के लिए खेलना मेरे लिए फायदेमद रहा, लहराती हुई गेंद के साथ 10 फर्स्ट क्लास मैच खेलना मददगार रहा. इसने मेरा विश्वास बढ़ाया जिससे मैं एशेज में आसानी से लाल गेंद क्रिकेट में एकाग्र कर सका.

मैच में लाबुशेन को दो बार जोफ्रा आर्चर की गेंद हेलमेट पर लगी थी. इस पर उन्होंने कहा कि वे बाउंसर को नजरअंदाज करने के लिए हटने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने यह भी बताया कि जब किसी बल्लेबाज को हेलमेट या सिर पर गेंद लगती है तो डॉक्टर किस तरह के सवाल करते हैं. उन्होंने कहा, “जैसा कि मैंने कहा, आप सिर पर गेंद लगना पसंद नहीं करते लेकिन जब ऐसा होता है तो यह आपको जगा देता है. मुझे अजीब जरूर लगा जब मुझे गेंद लगी, मैं हटने की कोशिश कर रहा था, लेकिन मेरी पीठ लचीली नहीं थी. यह अजीब लगा जब मुझे जांचने डॉक्टर आए”

सवालों के बारे में बात करते हुए लाबुशेन ने कहा, “ मुझे जतो सवाल पूछे गए उनमें, दूसरे छोर पर गेंदबाज कौन था, पिछला विकेट किसका गिरा था, शामिल थे जो डॉक्टर ने मुझसे तब पूछे जब मुझे गेंद लगी.” ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में इंग्लैंड के विकेट लेने में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा . इस पारी में जो रूट और जो डेनली ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को काफी निराश किया. इसके बाद भी लाबुशेन मैच में ऑस्ट्रेलिया की जीत के लिए काफी उम्मीदें लगाए हैं. उन्होंने कहा, हां विकेट थोड़ा सपाट है. यदि हम वही अनुशासन दिखाएं जो हमने आज दिखाया. तो हमें उसका फायदा होगा.” मैच के चौथे दिन इंग्लैंड की पारी 3 विकेट से 156 से आगे शुरू होगी. इंग्लैंड को जीत के लिए अभी 203 और रन की जरूरत है. सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 1-0 की बढ़त है.

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