ट्रंप से सिर्फ 130 मीटर दूर था हमलावर, पहले ही दिख गया फिर स्नाइपर ने क्यों नहीं चलाई गोली; काले चश्मे वाली महिला कौन?
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ट्रंप से सिर्फ 130 मीटर दूर था हमलावर, पहले ही दिख गया फिर स्नाइपर ने क्यों नहीं चलाई गोली; काले चश्मे वाली महिला कौन?

Donald Trump Attack Video: डोनाल्ड ट्रंप पर पेनसिल्वेनिया की रैली में हुए हमले को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं, जिसको लेकर चार नए वीडियो सामने आए हैं. Zee News इन वीडियोज की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन ये सभी वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं और कई सवाल उठा रहे हैं.

ट्रंप से सिर्फ 130 मीटर दूर था हमलावर, पहले ही दिख गया फिर स्नाइपर ने क्यों नहीं चलाई गोली; काले चश्मे वाली महिला कौन?

Donald Trump Assassination Attempt: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कल (14 जुलाई) बड़ा हमला हुआ, जिसमें वो बाल-बाल बच गए. इसके बाद अब ट्रंप पर हमले को लेकर जांच तेज हो गई है. FBI ने आरोपी के घर पर रेड की है, जिसमें बड़ा खुलासा हुआ है कि हमलावर की प्लानिंग बहुत बड़ी थी. उसकी गाड़ी से बम बनाने का सामान मिला है, जबकि उसके घर से भी बम बनाने की सामग्री मिली है. डोनाल्ड ट्रंप पर पेंसिल्वेनिया के बटलर में चुनावी रैली के दौरान उन्हें निशाना बनाकर गोलियां चलाई गई थी. इस पूरे हमले के बाद ट्रंप की सुरक्षा में मौजूद सीक्रेट सर्विस पर सवाल खड़े हुए है कि आखिर कैसे इतने करीब से ट्रंप पर इतना बड़ा हमला हो गया. इस बीच 4 वीडियो सामने आए हैं और कई सवाल उठा रहे हैं. Zee News इन वीडियोज की पुष्टि नहीं करता है, लेकिन ये सभी वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं.

130 मीटर दूर था ट्रंप का हमलावर

सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि जिस समय डोनाल्ड ट्रंप पर हमला हुआ. उस समय वो कहां थे, हमलावर कहां था और ट्रंप की सुरक्षा में तैनात स्नाइपर यानी निशानेबाज सुरक्षाकर्मी कहां थे. हमलावर ने ट्रंप पर 130 मीटर दूर से हमला किया. उनके ठीक पीछे लोग बैठे थे. हमलावर के ठीक सामने स्नापर्सबैठे थे, लेकिन स्नाइपर्स की चौकसी के बीच भी हमलावर ने ट्रंप को टारगेट किया और गोली चला दी. गनीमत रही ट्रंप बाल-बाल बच गए और गोली सिर्फ उनके कान को छूकर निकल गई.

लोगों ने हमलावर को देख लिया था

ट्रंप पर हुए हमले को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं, जिसको लेकर एक नया वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में बकायदा लोग हमलावर को देख रहे होते हैं कि वो एक बिल्डिंग की छत पर राइफल के साथ मौजूद है. साथ ही उसी बिल्डिंग के नीचे पुलिस भी है, लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात कि वो हमलावर को देख ही नहीं पाते. एक युवक तो इसका वीडियो भी बना रहा है, लेकिन जैसे ही वो वीडियो बनाना शुरू करता है. तभी छत पर चढ़ा वो हमलावर ट्रंप पर गोली चला देता है. इसके बाद वहां अफरातफरी मच जाती है. इससे पहले कई चश्मदीदों ने ये भी दावा किया था कि उन्होंने हमलावर को छत पर जाते देखा था और पुलिस को इस बारे में जानकारी भी दी थी.

पहले दिख गया था हमलावर तो स्नाइपर ने क्यों नहीं मारा

डोनाल्ड ट्रंप पर हमला करने वाले लड़के को गोली मारते स्नाइपर्स का एक वीडियो सामने आया है. स्नाइपर्स कुछ दूरी पर एक छत पर तैनात थे, जहां ट्रंप रैली को संबोधित कर रहे थे. इस बीच जेकोव कनानी नाम के एक्स यूजर्स ने सवाल उठाए हैं कि स्नाइपर्स ने पहले ही हमलावर को देख लिया था, तब भी गोली क्यों नहीं चलाई. जेकोव ने लिखा, 'ट्रंप की रैली में छत पर दो स्नाइपर्स की मशहूर तस्वीर में दिख रहे अधिकारी जोनाथन विलिस ने लोगों को बताया है कि कम से कम 3 मिनट तक हत्यारे पर उनकी नजर थी, लेकिन सीक्रेट सर्विस के प्रमुख ने अपराधी को मारने का आदेश देने से इनकार कर दिया. उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप पर गोली चलाने से पहले हत्यारे को रोकने से उन्हें रोका.'

ट्रंप की रैली में काले चश्मे वाली महिला कौन?

हमलावर ने जिस समय डोनाल्ड ट्रंप पर गोली चलाई, उस समय रैली में मौजूद एक महिला का भी वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो काला चश्मा लगाए नजर आ रही है. जब गोली चलती है तो रैली में अफरातफरी मच जाती है, लेकिन महिला को ज्यादा फर्क नहीं पड़ता और आराम से नीचे बैठती है. फिर उठती है और वीडियो बनाने लगती है. इसके बाद यह सवाल उठने लगा है कि काले चश्मे वाली यह महिला कौन है.

क्या किसी एजेंसी ने की हमलावर की मदद?

इसके साथ ही डलास एलेक्जेंडर नाम के एक युवक ने भी वीडियो शेयर कर सीक्रेट एजेंसी पर मदद के आरोप लगाए हैं. एलेक्जेंडर का दावा है कि उन्होंने 14 सालों तक स्नाइपर के तौर पर का किया है. वीडियो में एलेक्जेंडर ने कहा, 'मैंने 14 साल स्नाइपर के तौर पर बिताए हैं. और कल जो हुआ, मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि शूटर को किसी एजेंसी, संगठन या सरकार से मदद मिली होगी. जैसे ही मैंने फोटो देखी, उन्होंने जो कहा मुझे कुछ समझ में नहीं आया.'

इन वीडियोज के आने के बाद उठे कई सवाल

1. वीडियो में हमलावर अपनी पोजीशन लेता हुआ दिख रहा है. इस पर सवाल उठ रहा है कि कैसे लोगों ने हमला होने से बहुत पहले ही शूटर को स्पॉट कर लिया, लेकिन सीक्रेट सर्विस के एजेंट नहीं देख पाए.
2. सीक्रेट सर्विस के लोग कहां थे?
3. क्या सीक्रेट सर्विस ही तो इस हमले के पीछे नहीं है?
4. ट्रंप का सुरक्षा घेरा कैसे काम करता है?
5. क्या 100 मीटर दूर के इलाके में भी पुलिस के लोग मौजूद नहीं थे?
6. क्या ये एक पॉलिटिकल स्टंट था?
7. क्या इसे इंटेलिजेंस का बड़ा फेलियर माना जाए? 
8. Pastor Brandon Biggs नाम के व्यक्ति ने मार्च में ही ट्रंप की हत्या की हूबहु भविष्यवाणी कर दी थी. ये कैसे हुआ?

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