डॉ विजय अग्रवाल
सिविल सेवकों का जनसेवक बनने का बढ़ता रुझान
प्रशासकों द्वारा राजनीति के क्षेत्र में पदार्पण करना कोई नई बात नहीं है. प्रसिद्ध प्रशासक टीएन शेषन स्वयं इसमें और पराजित तथा निराश होकर चुपचाप बैठ गए. भारतीय विदेश सेवा के मणिशंकर अय्यर ने काफी नाम कमाया.
Dec 8,2018, 15:38 PM IST
वाराणसी
चार्टर सिटी नहीं, 'कस्बा सिटी'
“चार्टर सिटी“ की यह अवधारणा कुछ बिन्दुओं को छोड़कर कई मायनों में भारत में बन रही स्मार्ट सटी से मिलती-जुलती है.
Dec 3,2018, 22:28 PM IST
छाया मत छूना मन
हिमांशु जोशी: ऐसे भी किसी के मन को भला क्या छूना...
हिमांशु जोशी के आज न रहने पर, जब मैं उनके बारे में सोच रहा हूं, तो बार-बार मेरा मन मुझसे एक ही सवाल कर रहा है, 'कहीं ऐसा तो नहीं कि एक लड़की की इस अनदेखे लेखक के प्रति दीवानगी ने ही तुम्हें लेखक बनने के लिए उकसाया था?'
Nov 28,2018, 12:22 PM IST
सितारों की शादी
सेलिब्रिटी! जरा इस पर भी सोचें
स्वाभाविक रूप से हम सभी अपने-अपने सेलिब्रिटियों के प्रति एक खिंचाव का अनुभव करते हैं. ऐसे लोगों में सिनेमा की दुनिया के लोग टॉप पर हैं.
Nov 23,2018, 19:40 PM IST
बॉलीवुड फिल्में
फिल्म उद्योग की “ऑक्सीजन” फिल्में
अंग्रेजों के दौर पर बनी ‘ठग्स ऑफ हिन्दुस्तान’ ने दर्शकों को जितना अधिक निराश किया है, शायद ही अब तक किसी फिल्म ने किया हो.
Nov 16,2018, 19:12 PM IST
सआदत हसन मंटो
'मंटो' के बहाने आज की कुछ बातें
पिछले एक दशक से बायोपिक फिल्मों की जैसे बाढ़-सी आ गई है. 'डर्टी पिक्चर' से शुरूआत हुई यह यात्रा बहुत तेजी के साथ गतिशील है. यह बात अलग है कि इसके लिए जिन लोगों की जीवनी को आधार बनाया जा रहा है, उसमें अभी खिलाड़ियों की जीवनियां नम्बर वन पर हैं.
Oct 10,2018, 18:16 PM IST
गांधी जयंती Gandhi Jayanti
#Gandhi150: वर्तमान के आकाश पर जगमगाता भविष्य का सुनहरा तारा
निश्चित रूप से गांधीजी का मूल्यांकन होना अभी बाकी है. जैसे-जैसे समय आगे बढ़ता जाएगा, गांधी की चमक निश्चित रूप से निखरती चली जाएगी.
Oct 2,2018, 12:49 PM IST
आरक्षण
आरक्षण पर एक आदर्शवादी इंतजार!
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अभी दिल्ली में तीन दिनों के एक अत्यंत महत्वपूर्ण विचार-विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस आयोजन में संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने वर्तमान की एक अत्यंत ज्वलंत समस्या आरक्षण को लेकर बहुत महत्वपूर्ण बात कही.
Sep 30,2018, 10:39 AM IST
सैनिटरी नैपकिन
खुलते हुए समाज की एक बानगी
सैनिटरी नेपकिन पर जीएसटी जीरो और केरल के सबरीमाला मंदिर का मामला भी कुछ इसी प्रकार का है.
Jul 26,2018, 18:33 PM IST
नीरज
गोपालदास नीरज... मुरझा गया गीतों का कमल
नीरज के गीतों के मुझे दो सबसे प्रमुख और सबसे अद्भुत पक्ष दिखाई देते हैं. पहला है उनके प्रेम का पक्ष और दूसरा है जीवन दर्शन का पक्ष. नये-नये बिम्बों, प्रतीकों और छन्द विधानों के जरिये उन्होंने हिन्दी गीतों का जो नया रूप गढ़ा वह केवल नीरज के ही बस की बात थी और वह भी मंच की कविताओं के लिए.
Jul 20,2018, 16:43 PM IST
Raag Darbari
एक कालजयी रचना है 'रागदरबारी'
श्रीलाल शुक्ल के इस व्यंग्य उपन्यास की 1968 में छपने के बाद से ही कुछ ऐसी वाहवाही हुई कि हिंदी जगत से काफी कुछ मोहब्बत सी होने लगी.
Mar 29,2018, 9:24 AM IST
Kedarnath Singh
एक देशज आधुनिक कवि का अवसान
वर्तमान पूँजी एवं उपभोक्तावाद का विरोध करते हुए केदारनाथ सिंह बड़े सहज तरीके से कुछ यूँ कह जाते हैं, ''मैं बाजार में टहलता रहा. खिड़कियों में सजे सामानों को देखता रहा और अंत में मैं बाजार से यूँ कहते हुए एक बादशाह की तरह निकल गया कि मुझे तुम्हारी जरूरत नहीं है.''
Mar 20,2018, 14:56 PM IST
Left citadel
मार्क्सवादियों का सूरज क्यों ढला
सच तो यह है कि मार्क्सवादी पार्टी ने अपने-आपको मात्र एक बौद्धिक पार्टी में तब्दील कर दिया है. इसकी बौद्धिकता भी ऐसी है, जो न तो आम लोगों की समझ में आती है और न ही जिनसे युवा वर्ग उस गर्व के साथ जुड़ पाता है, जिस तरह वह सत्तर के दशक में जुड़ रहा था.
Mar 9,2018, 23:18 PM IST
Exam Pressure
एग्जाम टाइम: बच्चों को कैसे करें तनावमुक्त
अभिभावक अपने-अपने स्तरों पर कुछ ऐसी व्यवस्था करें कि बच्चों के भीतर परीक्षा के दौरान कोई अतिरिक्त तनाव पैदा न होने पाये और यदि हो भी जाता है, तो उसे कम किया जाए. इसके कुछ इस खास तरीके हैं, जो अपनाए जा सकते हैं.
Mar 7,2018, 15:05 PM IST
Holi
मन की सफाई का त्योहार है होली
इस त्योहार को यदि साहित्यिक शब्दावली में आप अप-संस्कृति का त्योहार कहें, तो शायद बहुत गलत नहीं होगा.
Mar 2,2018, 10:47 AM IST
Civil Services
RTI से बाहर सिविल सेवा परीक्षा: क्यों स्वागत योग्य है सुप्रीम कोर्ट का फैसला!
यदि आयोग को सूचना के दायरे में ले आया जाता, तो इसका आयोग की कार्यप्रणाली, अनुशासन, दक्षता तथा यहां तक कि उसकी विश्वसनीयता पर बेवजह नकारात्मक प्रभाव पड़ता. इस बारे में आयोग ने सर्वोच्च न्यायालय के सामने अपने जो तर्क दिए थे, वे पूरी तरह सही मालूम पड़ते हैं.
Feb 23,2018, 15:54 PM IST
Valentine's day 2018
सौंदर्य का मिथक और प्रेम
प्रेम कहानियों से लड़कों के दिमाग में सुंदरता के कुछ प्रतिमान स्थापित हो जाते हैं, जैसे गोरा रंग, कजरारी आंखें, छरहरा कोमल बदन, लंबे बाल, तोते की चोंच जैसी नाक आदि-आदि. फिर वे इन्हीं की तलाश करने लगते हैं, जो कभी मिलते नहीं.
Feb 14,2018, 14:12 PM IST
love
किसी को चाहने का मतलब है, उसके संपूर्ण अस्तित्व को स्वीकारना
जब आप किसी से प्रेम करते हैं, तो वह इतनी बड़ी बात नहीं होती, जितनी बड़ी बात यह होती है कि कोई आपसे प्रेम कर रहा है. यह एक अद्भुत अनुभव होता है. यह सोच कि 'कोई मुझसे प्रेम कर रहा है', व्यक्ति के अंदर अपने अस्तित्व के प्रति एक बहुत बड़ा आत्मविश्वास पैदा कर देती है.
Feb 13,2018, 13:45 PM IST
School Violence
स्कूली बच्चों में क्यों पनप रही हिंसक प्रवृत्ति?
हम लोगों के समय स्कूलों की होने वाली छुट्टियों की बात आज परी कथाओं की तरह अविश्वसनीय हो गई हैं. हम लोगों को अफसोस होता था कि इतनी छुट्टियां क्यों हो गईं. आज हमारे बच्चों को अपने ही साथियों की हत्या करनी पड़ रही है, ताकि छुट्टियां हो जाएं.
Jan 29,2018, 20:07 PM IST
Vasant Panchmi
वसंत पंचमी स्पेशल: प्रकृति के शृंगार का कलाकार है ऋतुराज वसंत
मेरे लिए वसंत प्रकृति के ऋतु-चक्र का एक पड़ाव भर न होकर स्मृति में रचा-बसा जीवन का एक स्थायी टुकड़ा है. इसकी पदचाप मुझे वर्तमान से उठाकर अतीत की कोमल और सुगंधित गोद में; थोड़ी देर के लिए ही सही, झपकियां लेने के लिए पहुंचा देती है.
Jan 22,2018, 10:10 AM IST
Rajinikanth
Zee Analysis : उत्तर और दक्षिण की सिनेमाई राजनीति
दक्षिण भारतीय अभिनेता-अभिनेत्रियां हिन्दी के कलाकारों की तरह अपने लोगों से एकदम अलग-थलग नहीं रहते. मुंबई के फिल्मी लोगों की दुनिया को ‘फिल्म जगत’ कहना ही अपने आप में इस तथ्य का प्रमाण है कि उन्होंने अपनी एक ऐसी अलग दुनिया रच ली है...
Jan 19,2018, 12:38 PM IST
World Book Fair
विश्व पुस्तक मेला : नीरस दुनिया से चौथी दुनिया का सफर
मान लीजिए कि मैंने अपनी जिंदगी में सौ अच्छी किताबें पढ़ीं, तो एक प्रकार से मैंने अपनी एक ही जिंदगी में सौ लोगों की जिंदगियां जी लीं. इन किताबों को पढ़े बिना ऐसा कर पाना क्या किसी के लिए भी संभव है?
Jan 11,2018, 12:35 PM IST
Doctor Vijay Agarwal
राज्यसभा चुनाव: सबने देखा अरविंद और मनीष की जोड़ी का तानाशाही चरित्र
नेतृत्व जगत के दो अनाम से व्यवसायियों (जिनमें एक सी ए है) गुप्ता द्वय को राज्यसभा के लिए अपना प्रत्याशी घोषित करके अरविंद केजरीवाल ने अपने लिए संदेह और आलोचना के पिटारे को एक बार फिर से खोल दिया है. साथ ही अपनी पार्टी में भी अंतर्कलह की भूमिका निर्मित कर दी है.
Jan 5,2018, 23:54 PM IST
Happy New Year 2018
नए साल पर नयेपन का नुस्खा
यह सोचकर ही मन एक अजीब तरह के उत्साह और उमंग से भरकर उछालें मारने लगता है कि यदि सचमुच हम ऐसा कर सके, तो यह हमारा कितना बड़ा अहोभाग्य होगा. लेकिन जो सच है, वह यह नहीं है. हमीं ने बहती हुई नदी को बांध में तब्दील करके उसकी गति को बंधक बना दिया है.
Dec 30,2017, 18:22 PM IST
Yogi Adityanath
Blog : एक राजनेता का कमाल का कदम
राजनेता का दायित्व, चाहे वह कोई भी राजनीतिक प्रणाली क्यों न हो, राजकाज के अतिरिक्त यह भी होता है कि वह अपने लोगों के सामने अपने आचरण के द्वारा जीवन के कुछ मूल्यों की स्थापना करे.
Dec 26,2017, 15:03 PM IST
Gujarat Elections 2017
Analysis : गुजरात-हिमाचल चुनाव के चेहरे की पहचान...
हमें इस बात पर भी थोड़ा गौर करना होगा कि गुजरात के चुनाव अभियान ने एक प्रकार से कहीं-न-कहीं दोनों को हिन्दूवादी दिशा की ओर जाने के लिए मजबूर किया. खैर बीजेपी के लिए यह मार्ग कोई नया नहीं था. लेकिन राहुल गांधी द्वारा लगातार मंदिरों में जाना कांग्रेस की नीति की दृष्टि से एक अप्रत्याशित दृश्य जरूर था.
Dec 18,2017, 16:30 PM IST
Nirbhaya
विदेशी लड़की का यह बयान, निर्भया! तुम सुन रही हो न...
मैंने एक जर्मन महिला से यूं ही मजाक-मजाक में पूछा कि आपने भारतीय से शादी क्यों की, तो इसके उत्तर ने मुझे अंदर से हिलाकर रख दिया. उसका जवाब था, ‘इसलिए, क्योंकि भारतीय पुरुष सबसे अधिक विश्वसनीय होते हैं.’
Dec 16,2017, 12:59 PM IST
Vyapam Scam
व्यापम घोटाले की व्यापकता और इसका सामाजिक व सांस्कृतिक दुष्प्रभाव
व्यापम घोटाले में राजनीति से जुड़े लोगों के नाम हैं, तो नौकरशाही से जुड़े नाम भी. नौकरशाहों के सहयोग के बिना तो यह संभव था ही नहीं. जाहिर है कि व्यावसायिक वर्ग पीछे क्यों रहता. इन सभी की सफलता की कहानियां मुझ तक जैसे लोगों को प्रेरित करती हुई मालूम पड़ती थीं, लेकिन कुछ संदेह के साथ.
Dec 8,2017, 14:03 PM IST
Padmavati
पद्मावती के बहाने : यात्री एक, दिशाएं चार...
कार्ल मार्क्स के घनिष्ठ मित्र फ्रेडरिक एंगेल्स ने कहा था, ‘‘इतिहास से व्यक्ति ने बस यही सीखा है कि उसने इतिहास से कुछ नहीं सीखा है.’’
Nov 29,2017, 19:12 PM IST
Communism
कोई देश भले बिखर जाए, लेकिन विचारों को मौत नहीं आती...
राजनीतिक परिणाम वाली विफलता को दर्शन की विफलता मानने की भूल नहीं की जानी चाहिए. इस फिलासफी ने मुझे जीने का जो एक मकसद दिया, और चीजों को देखने की जो दृष्टि तथा समझने की जो चेतना दी, उसके लिए मैं आजन्म इसका आभारी रहूंगा.
Nov 17,2017, 17:21 PM IST
Arvind Kejriwal
आम आदमी पार्टी : आदर्शों के तेजी से विनाश की कहानी...
पार्टी आंतरिक कलह में बुरी तरह उलझी हुई है. पार्टी छोड़कर बाहर आने वाले लोग अंदर का जो आंखों देखा हाल सुना रहे हैं, उसे सुनकर लोग दंग हैं.
Nov 16,2017, 16:11 PM IST
Karva Chauth
करवा चौथ: अन्नपूर्णा को ही हम क्यों रखें भूखा ?
चाहे वह वैदिक दर्शन हो या फिर दक्षिण भारत के संगम युग की ‘पत्नी पूजा’ नारी को सम्मानजनक ही नहीं, बल्कि देवी का स्थान दिया गया है.
Oct 8,2017, 11:40 AM IST
vijay agarwal
समाज के दो परस्पर विरोधी चेहरे
यहाँ सबसे चिंताजनक पहलू यह नजर आता है कि क्या आधुनिक शिक्षा पद्धति, वैज्ञानिक आविष्कार तथा हमारी उदारवादी धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक प्रणाली हमारी चेतना को तर्कवादी बनाने में असफल रही है?
Sep 22,2017, 17:23 PM IST
hindi diwas 2017
ज्ञानयज्ञ की आहुति है भेंट में पुस्तकें देना
क्या सरकार को गीता प्रेस, गोरखपुर की तरह लोगों को सस्ते में किताबें उपलब्ध कराने की कोशिश नहीं करनी चाहिए? इस बारे में मैं यहां गुजरात के भुज में स्थिति “रूरल डवलपमेंट ट्रस्ट” का विशेष रूप से उल्लेख करना चाहूंगा. यह ट्रस्ट गुजराती भाषा की पुस्तकें पाठकों को आधी कीमत पर देता है.
Sep 14,2017, 16:51 PM IST
Dr. Vijay Agrwal
एक मकान की हत्या पर माफीनामा
शायद अब आप इस पते के रहस्य को जानने की अपनी उत्सुकता को संभाल नहीं पा रहे होंगे. मैं कुछ सूत्र देता हूं. शायद आप खुद सत्य तक पहुंच जाए.
Sep 4,2017, 15:57 PM IST
Thank you
By clicking “Accept All Cookies”, you agree to the storing of cookies on your device to enhance site navigation, analyze site usage, and assist in our marketing efforts.