दो मिनट से भी कम समय में अंजाम दिया गया भारतीय वायुसेना का यह हमला अत्यंत त्वरित और सटीक था.
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नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने मंगलवार (26 फरवरी) को पाकिस्तान के बालाकोट स्थित 12 आतंकी संगठनों को ध्वस्त किया. इस कार्रवाई को वायुसेना के मिराज 2000 के जरिए अंजाम दिया गया. जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद इन आतंकवादियों को उनकी सुरक्षा के लिए इस शिविर में भेजा था. मंगलवार को सुबह 3.45 बजे भारत की तरफ से ये कार्रवाई की गई. दो मिनट से भी कम समय में अंजाम दिया गया भारतीय वायुसेना का यह हमला अत्यंत त्वरित और सटीक था.
इन सबके बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री परवेज खटक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारतीय वायुसेना के विमान अंधेरे में आए और बम गिराकर चले गए. अंधेरे में हमें पता ही नहीं चल पाया और हमारी वायुसेना कार्रवाई नहीं कर पाई. उन्होंने कहा कि हमारी एयरफोर्स तैयार थी. रात का वक्त था, इसलिए पता नहीं चला कि कितना नुकसान हुआ है.
पाकिस्तान के रक्षामंत्री कह रहे हैं कि “अंधेरे में नुक़सान का पता नहीं चला” सही बात है, जहालत के अंधेरे ने आपके मुल्क का जो नुक़सान किया है, उसका पता आपको क्या, आपके किसी रहनुमा को ही आजतक कहाँ चला ? #IndiaStrikesPakistan pic.twitter.com/O3FDUFWLtE
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) February 26, 2019
परवेज खटक के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने पाक रक्षा मंत्री के इस बयान का जमकर मजाक उड़ा रहे है. कई लोगों ने ट्वीटर पर वीडियो भी शेयर कर रहे हैं.
This is the Defence minister of Naya Pakistan: "Our air force was ready but it was dark.." Guys, ghabrana nahi hai. #okbye
pic.twitter.com/QqNYU7QoCI— Naila Inayat नायला इनायत (@nailainayat) February 26, 2019
परवेज खटक के जैसे शब्द पाकिस्तान सेना के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने भी कहें. उन्होंने कहा कि हमारी वायुसेना तैयार थी, लेकिन अंधेरे की वजह से वह कार्रवाई नहीं कर पाई. जनरल गफूर ने कहा कि भारत की तरफ से दोबारा कार्रवाई हुई तो हम जवाब देंगे. उन्होंने भारत को चेतावनी देते हुए कहा कि पड़ोसी देश हमारे जवाब का इंतजार करे.
उधर, भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों द्वारा आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि नियंत्रण रेखा का उल्लंघन कर भारत ने 'उकसावे' की कार्रवाई की है और इस्लामाबाद को 'जवाब देने का हक है.'