BJP मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में PM का संदेश, 'विकसित भारत' के लिए करें काम

बैठक में बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम ने हिस्सा लिया. रविवार को इस दो दिवसीय बैठक का समापन हो गया. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 28, 2024, 06:33 PM IST
  • दो दिवसीय बैठक का समापन.
  • पीएम मोदी ने नेताओं को किया संबोधित.
BJP मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में PM का संदेश, 'विकसित भारत' के लिए करें काम

नई दिल्ली. PM नरेंद्र मोदी 'बीजेपी मुख्यमंत्री परिषद' की बैठक में केंद्र और राज्यों के मिलकर लोक कल्याण के लिए काम करने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र-राज्य सरकारें अधिक मजबूती से लोक कल्याण के समन्वित प्रयासों में लगती हैं तो 'विकसित भारत' का लक्ष्य निश्चित तौर पर हासिल हो जाएगा. पीएम मोदी की अध्यक्षता में पार्टी मुख्यालय में परिषद की 2 दिवसीय बैठक का रविवार को समापन हो गया.

पीएम ने जताया विश्वास
बैठक में पीएम मोदी ने विश्वास जताया है कि केंद्र और राज्य सरकारें अधिक मजबूती से लोक कल्याण के समन्वित प्रयासों में लगती हैं तो 'विकसित भारत' का लक्ष्य हम निश्चित हासिल कर पाएंगे. 'विरासत का विकास' और 'विकास की विरासत' का निर्माण, इन दोनों का हमारी 'विकसित भारत' की संकल्पना में विशेष महत्व है. इसका भी ध्यान हम सभी को निरंतर रखना चाहिए.

ये नेता बैठक में रहे मौजूद
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और अन्य राष्ट्रीय नेताओं की उपस्थिति में हुई 'मुख्यमंत्री परिषद' की बैठक में भाजपा शासित सभी राज्यों के 13 मुख्यमंत्री और पार्टी के 15 उपमुख्यमंत्री शामिल हुए. बीजेपी के सुशासन के एजेंडे के तहत इस तरह की 'मुख्यमंत्री परिषद' का आयोजन समय-समय पर होता आया है. इस वर्ष यह दूसरा आयोजन था.

5 ट्रिलियन की इकोनॉमी बनाने पर चर्चा
इस बैठक में पीएम ने अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने से लेकर विकास कार्यक्रमों में जनभागीदारी पर और अधिक बल देने की दृष्टि से अनेक प्रयासों की आवश्यकता और सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करते हुए लोगों तक सरकारी योजनाओं की पहुंच बढ़ाने के उपायों की भी विस्तार से चर्चा की. वहीं नड्डा ने कहा कि इन बैठकों के माध्यम से हम सभी तीन विशिष्ट उपलब्धियां पाते हैं. सबसे पहले तो हम सभी को प्रधानमंत्री मोदी के सुदीर्घ अनुभव का लाभ मिलता है और अन्य वरिष्ठ नेताओं का भी मार्गदर्शन प्राप्त होता है. दूसरा यह कि हम अपने अनुभवों का आदान-प्रदान कर पाते हैं और कुछ नई जानकारी या नया आकलन भी पाते हैं. तीसरी उपलब्धि होती है कि कुछ और अधिक अच्छा करने की हमारी भावना बलवती होती है.

ये भी पढ़ेंः IND vs SL: क्या बारिश में धुल जाएगा दूसरा T20? जानें पल्लेकेले स्टेडियम की पिच रिपोर्ट और मौसम का हाल

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़