Gupt Navratri 2021: आज के दिन जरूर करें मां कालरात्रि की पूजा, हर डर और शत्रुओं से मिलेगी मुक्ति

आज गुप्त नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की आराधना की जाती है. आज के दिन पूरे विधि-विधान से मां की अर्चना करने पर शत्रुओं का तो नाश होता ही है, साथ ही हर प्रकार के भय से भी मुक्ति मिलती है. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 18, 2021, 10:58 AM IST
  • मां कालरात्रि को गुड़ का भोग अत्यंत प्रिय होता है
  • कालरात्रि की आराधना हर भय से मुक्ति दिलाती है
Gupt Navratri 2021: आज के दिन जरूर करें मां कालरात्रि की पूजा, हर डर और शत्रुओं से मिलेगी मुक्ति

नई दिल्ली: आज गुप्त नवरात्री की सप्तपी तिथि है. आज के दिन मां कालरात्रि की आराधना की जाती है. कालरात्रि को मां दुर्गा का सातवां स्वरुप कहा जाता है. मां के इस रूप का रंग भगवान कृष्ण जैसा है. इनके रंग के कारण ही इन्हें कालरात्रि कहते हैं. मान्यता है कि अर्चना करने से आप हर डर से मुक्त हो जाते हैं.

मां कालरात्रि का स्वरुप

मां कालरात्रि का स्वरुप अत्यंत भयानक होता है. काला वर्ण, बिखरे बाल, कंठ में चमकने वाली विद्युत की माला. माता के तीन नेत्र है, जो इस ब्रह्माण्ड की ही तरह विशाल हैं. इनके हाथों में कांटा और खड्ग रहते हैं. मां कालरात्रि का वाहन गधा होता है.

मां कालरात्रि की पूजा विधि

1. गुप्त नवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नानादि करके निवृत्त हो जाएं और मां कालरात्रि का स्मरण करें

2. मां को धूप, अक्षत, गंध और लाल रंग के  पुष्प अर्पित करें.

3. मां कालरात्रि को गुड़ अत्यधिक प्रिय होता है. आज के दिन उन्हें गुड़ का भोग का लगाना न भूलें. इससे बेहतर स्वास्थ्य का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है.

4. मां के मंत्रों का जाप करें, या सप्तशती का पाठ अवश्य करें.

5. अब मां को अर्पित किए गए गुड़ में से आधा भाग अपने परिवार को प्रसाद के रूप में बांटे और आधा गुड़ किसी ब्राह्मण को दान कर दें.

6. आज के दिन ब्राह्मणों को वस्त्र आदी चीजों का दान करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है.

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शत्रुओं को शांत करने के लिए विशेष पूजा

अगर आप अपने शत्रुओं से हमेशा परेशान रहते हैं आज के दिन मां कालरात्रि की विशेष पूजा कीजिए.

1. लाल रंग या श्वेत वस्त्रों को धारण कर मां कालरात्रि की पूजा करें.

2. सबसे पहले मां के समक्ष घी का दीपक जलाएं और पुष्प आदी चढ़ाएं.

3. मां को गुड़ का भोग अवश्य लगाएं.

4. इसके बाद मां के नवार्ण मंत्र 'ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे' का 108 बार जाप करें. हर जाप पर मां को एक-एक लौंग अर्पित करते जाएं.

5. जाप समाप्त होने के बाद इन 108 लौंग को अग्नि में भस्म कर दें. ऐसा करने से आपके सभी शत्रु शांत हो जाएंगे.

देवी कालरात्रि की आराधना से होने वाले लाभ

1. मां कालरात्रि की आराधना से हर तरह के डर, दुर्घटना और रोगों का विनाश होता है.

2. मां कालरात्रि की उपासना नकारात्मक ऊर्जाओं को सदैव आपसे दूर रखने में मददगार साबित होती है.

3. मां का दाहिना हाथ वर मुद्रा में होता है. मान्यता है कि यह भक्तों के लिए वर का वरदान है.

4. मां कालरात्रि की आराधना करने से संसार की सभी सिद्धियों के दरवाजे आपके लिए खुलने लगते हैं. इसके मां के नाम के उच्चारण से ही सभी असुरी शक्तियां आपसे दूर भागने लगती हैं.

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