World Boxing Championship 2023: नीतू-स्वीटी बनी वर्ल्ड चैम्पियन, प्रदर्शन से खुश पीएम मोदी ने किया ट्वीट

World Boxing Championship 2023: नीतू ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मंगोलिया की लुतसाईखान अल्तानसेतसेग को 5-0 से हराकर न्यूनतम वजन वर्ग (48 किलोग्राम) का स्वर्ण पदक अपने नाम किया. वहीं, स्वीटी ने लाइट हेवीवेट वर्ग (81 किलोग्राम) में चीन की वांग लिना की चुनौती से पार पाते हुए 4-3 से जीत हासिल की.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Mar 26, 2023, 06:45 AM IST
  • नीतू की जीत पर सारा देश है खुश
  • अब इन दिग्गजों की लिस्ट में शुमार हुई स्वीटी-नीतू
World Boxing Championship 2023: नीतू-स्वीटी बनी वर्ल्ड चैम्पियन, प्रदर्शन से खुश पीएम मोदी ने किया ट्वीट

World Boxing Championship 2023: राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू गंघास (48 किग्रा) और अनुभवी मुक्केबाज स्वीटी बूरा (81 किग्रा) शनिवार को यहां महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में अलग अलग अंदाज में जीत से विश्व चैम्पियन बनीं और इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया. नीतू ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मंगोलिया की लुतसाईखान अल्तानसेतसेग को 5-0 से हराकर न्यूनतम वजन वर्ग का स्वर्ण पदक अपने नाम किया. वहीं स्वीटी ने लाइट हेवीवेट वर्ग में चीन की वांग लिना की चुनौती से पार पाते हुए 4-3 से जीत हासिल की और भारत को दोहरी सफलता दिलायी.

नीतू की जीत पर सारा देश है खुश

भारतीय मुक्केबाजी के इतिहास में अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखवाने वाली इन महिलाओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी खुशी जताई और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता नीतू गंघास और अनुभवी मुक्केबाज स्वीटी बूरा को महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी.

प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में प्रतिष्ठित स्वर्ण पदक जीतने के लिए नीतू गंघास को बधाई. भारत उनकी उल्लेखनीय उपलब्धि से बेहद खुश है.’

स्वीटी बूरा के असाधारण प्रदर्शन से देश खुश

वहीं, स्वीटी ने लाइट हेवीवेट वर्ग (81 किलोग्राम) में चीन की वांग लिना की चुनौती से पार पाते हुए 4-3 से जीत हासिल की.

मोदी ने ट्वीट किया, ‘स्वीटी बूरा द्वारा असाधारण प्रदर्शन! महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के लिए उन पर गर्व है. उनकी सफलता कई उभरते एथलीटों को प्रेरित करेगी.’

नीतू ने ऐसे जीता भारत का पहला गोल्ड

दिन के पहले मुकाबले में भिवानी की 22 वर्षीय मुक्केबाज नीतू ने आक्रामक शुरूआत की, पहले राउंड में वह 5-0 से आगे थी. दूसरे राउंड में उन्होंने सीधे मुक्के जड़े. अल्तानसेतसेग ने जब जवाबी हमला किया तो इस भारतीय मुक्केबाज ने अपनी प्रतिद्वंद्वी से अच्छा बचाव किया. दोनों मुक्केबाज करीब होकर खेल रही थी और एक दूसरे को जकड़ रही थी जिसमें दूसरे राउंड के अंत में नीतू पर ‘पेनल्टी’ से अंक कांट लिये गये.

दूसरे राउंड में मंगोलियाई मुक्केबाज की मजबूत वापसी के बावजूद नीते इसे 3-2 से अपने हक में करने में सफल रही. फिर अंतिम तीन मिनट में नीतू ने दूर से शुरूआत की और अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए फिर करीब से खेलने लगीं जिसमें अल्तानसेतसेग का भी प्रतिद्वंद्वी को जकड़ने के लिये एक अंक काट लिया गया. अंत में भारतीय मुक्केबाज विजेता रहीं.

इतिहास रचने के बाद जानें क्या बोली नीतू

पहले तीन मुकाबले आरएससी (रैफरी द्वारा मुकाबला रोकना) से जीतने वाली नीतू ने पूरे टूर्नामेंट में दबदबे भरा प्रदर्शन किया. इस जीत से 2022 स्ट्रैंड्जा मेमोरियल में स्वर्ण पदक जीतने वाली नीतू विश्व चैम्पियन खिताब हासिल करने वाली छठी भारतीय मुक्केबाज बनी.

नीतू ने कहा, ‘मैंने आज मुकाबले में आक्रामक खेलने का फैसला किया और मैं जीत के बाद बहुत खुश हूं. मुझे खुद पर, अपने परिवार पर गर्व है और मैं अपने कोचों विशेषकर मुख्य कोच भास्कर सर को शुक्रिया कहना चाहूंगी. ’

रिव्यू के बाद स्वीटी ने जीता गोल्ड

दिन के अंतिम मुकाबले में 2014 की रजत पदक विजेता स्वीटी अपने पदक का रंग बदलने में सफल रहीं. हरियाणा की इस मुक्केबाज ने मैच शुरू होते ही आक्रामकता बरती लेकिन वह मुक्के सही जगह पर नहीं जड़ सकीं और वांग ने तेजी से उनके हमलों को पस्त किया. लेकिन फिर स्वीटी ने एक मजबूत मुक्का जड़कर दर्शकों को खुश कर दिया और इसके बाद उन्होंने इसी तरह खेलना जारी रखते हुए पहले दो राउंड में 3-2 से पछाड़ा.

दोनों मुक्केबाज एक दूसरे को पछाड़ने के लिये एक दूसरे को गिराने की कोशिश कर रही थीं और जकड़ रही थीं. तीसरे राउंड में स्वीटी ने डिफेंस में मिला जुलाकर हमले किये लेकिन वांग ने इसे 4-1 से अपने नाम किया. इसके बाद मुकाबला रिव्यू के लिये भेजा गया और स्वीटी विजेता रहीं.

अब इन दिग्गजों की लिस्ट में शुमार हुई स्वीटी-नीतू

ये दोनों अब उन एलीट मुक्केबाजों की सूची में शामिल हो गयी हैं जिसमें छह बार की चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (2002, 2005, 2006, 2008, 2010 और 2018), सरिता देवी (2006), जेनी आर एल (2006), लेखा केसी (2006) और निकहत जरीन (2022) शामिल हैं. मेजबान भारत इस तरह स्वर्ण पदक के मामले में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी की ओर बढ़ रहा है जिसमें मौजूदा चैम्पियन निकहत जरीन और ओलंपिक पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन रविवार को रिंग में उतरेंगी. भारत ने 2006 चरण में चार स्वर्ण पदक जीते थे.

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