भारत में डेल्टा की तरह बढ़ रहे ओमिक्रॉन के केस, विदेश से आए 80 फीसदी यात्री वेरिएंट के शिकार
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भारत में डेल्टा की तरह बढ़ रहे ओमिक्रॉन के केस, विदेश से आए 80 फीसदी यात्री वेरिएंट के शिकार

दो दिसंबर को देश में ओमिक्रॉन (Omicron) के पहले दो मामलों का ऐलान किये जाने के बाद से स्वास्थ्य मंत्रालय एक मिशन मोड में काम कर रहा है और संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों पर राज्यों का लगातार मार्गदर्शन कर रहा है.

डेल्टा के बाद ओमिक्रॉन वेरिएंट का खतरा

नई दिल्ली: देश में कोरोना के बढ़ते मामले चिंता का विषय बन चुके है. इस बीच अब ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलों ने अब डेल्टा वेरिएंट की जगह लेना शुरू कर दिया है और संक्रमित पाये जाने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में से अब लगभग 80 प्रतिशत ओमिक्रॉन से संक्रमित मिल रहे हैं. 

  1. भारत में डेल्टा की जगह ले रहा ओमिक्रॉन
  2. विदेश से आए ज्यादातर यात्री संक्रमित
  3. अब तक 23 राज्यों में सामने आए केस

अब तक 23 राज्यों में पहुंचा ओमिक्रॉन

सरकार के सूत्रों ने बताया कि हालांकि, सामने आने वाले मामलों में से एक तिहाई हल्के लक्षण वाले होते हैं जबकि बाकी बिना लक्षण वाले हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ओमीक्रोन के कुल 1,270 मामलों का पता चला है.

कोविड-19 जांच में काफी कमी को देखते हुए, केंद्र ने गुरुवार को 19 राज्यों या केंद्रशासित प्रदेशों से व्यापक पैमाने पर जांच करने का आग्रह किया था ताकि संक्रमित मामलों की तुरंत पहचान की जा सके और ओमिक्रॉन वेरिएंट के प्रसार को रोका जा सके.

दो दिसंबर को आया था पहला केस

दो दिसंबर को देश में ओमिक्रॉन के पहले दो मामलों का ऐलान किये जाने के बाद से स्वास्थ्य मंत्रालय एक मिशन मोड में काम कर रहा है और संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों पर राज्यों का लगातार मार्गदर्शन कर रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नियमित रूप से देश भर में कोविड-19, ओमिक्रॉन के हालात और स्वास्थ्य प्रणालियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठकें कर रहे हैं. वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया विशेषज्ञ टीमों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रोजाना स्थिति की समीक्षा करते हैं. वह दवाओं और वेंटिलेटर के स्टोरेज और ऑक्सीजन की उपलब्धता पर भी जानकारी लेते हैं.

केंद्र सरकार ने कसी कमर

स्वास्थ्य मंत्रालय का ‘वॉर रूम’ चौबीस घंटे काम कर रहा है और सभी रुझानों और बढ़ोतरी का विश्लेषण कर रहा है. साथ ही देशव्यापी स्थिति की निगरानी कर रहा है.

मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जांच बढ़ाने, अस्पताल की तैयारियों को मजबूत करने, वैक्सीनेशन कैंपेन की स्पीड बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. इसके अलावा जहां भी जरूरी हो संक्रमण के प्रसार का मुकाबला करने के लिए प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करना सुनिश्चित करने की सलाह दी है.

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भारत की 90 फीसदी वयस्क आबादी को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है और 64.40 प्रतिशत लोगों को दोनों डोज लग चुकी हैं. 

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