भ्रष्टाचार के मामले में क्या रिटायरमेंट से ठीक पहले REVOKE होंगे XEN के निलंबन आदेश? डिप्टी सीएम से लगाई थी अर्जी
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भ्रष्टाचार के मामले में क्या रिटायरमेंट से ठीक पहले REVOKE होंगे XEN के निलंबन आदेश? डिप्टी सीएम से लगाई थी अर्जी

Rajasthan News: जेजेएम में भ्रष्टाचार का खुलासा होने के बाद एक्सईएन गालव समेत तीन इंजीनियर्स को सस्पेंड किया गया, लेकिन एक्सईएन के रिटायरमेंट से ठीक पहले निलंबन का आदेश REVOKE करने की सिफारिश भी लग गई. 

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Rajasthan News: दूदू जेजेएम में भ्रष्टाचार के बाद राजनीतिक सिफारिश की गई. ये सिफारिश किसी और ने नहीं बल्कि अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार एक्सईएन बीडी गालव ने खुद डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा से अर्जी लगाई कि उनका निलंबन का आदेश REVOKE हो. अब ऐसे में सवाल ये है कि अनियमित्ताओं की रिपोर्ट के बाद क्या जलदाय विभाग खुद की इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट बदलेगा. 
क्या REVOKE होगा निलंबन का आदेश?

डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा से लगाई सिफारिश 
PHED में कौन सच्चा-कौन झूठा, एडिशनल चीफ इंजीनियर अमिताभ शर्मा की जांच रिपोर्ट या निलंबित XEN भगवान दास गालव? ऐसा इसलिए क्योंकि ये सवाल दूदू के हर घर नल योजना से बार-बार बाहर आ रहे है. 5 महीने पहले जलदाय सचिव समित शर्मा के निर्देश के बाद जांच कमेटी ने जांच की तो दूदू जेजेएम की 108 गांवो और 289 ढाणियों की 150 करोड़ की योजना में भ्रष्टाचार की परते सबके सामने आ गई. भ्रष्टाचार का खुलासा होने के बाद एक्सईएन गालव समेत तीन इंजीनियर्स को सस्पेंड किया गया, लेकिन एक्सईएन के रिटायरमेंट से ठीक पहले निलंबन का आदेश REVOKE करने की सिफारिश भी लग गई. डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा से एक्सईएन भगवान दास गालव ने REVOKE की अर्जी लगाई थी, जिसके बाद में डिप्टी सीएम कार्यालय ने पीएचईडी सचिव को कार्यवाही के लिए पत्र भी लिखा, लेकिन दूदू में जो घोटाला हुआ उसके जिम्मेदार कौन होंगे?

कब थमाई जाएगी चार्जशीट?
निलंबन के 5 महीने गुजर गए. भगवान दास का रिटायरमेंट नजदीक आ गया, लेकिन अब तक जलदाय विभाग ने जिम्मेदार एक्सईएन को चार्जशीट नहीं थमाई. हां इतना जरूर है कि चार्जशीट की फाइल फिर से चीफ इंजीनियर दफ्तर पहुंच गई है और चार्जशीट की तैयारी चल रही है. भगवान दास गालव के साथ साथ एईएन योगेश मीणा, जेईएन हरि नारायण मीणा भी निलंबित हुए थे. एडिशनल चीफ इंजीनियर अमिताभ शर्मा की जांच रिपोर्ट के मुताबिक भगवान दास गालव ने जांच दल को मौके पर ड्राइंग डिजाइन उपलब्ध नहीं करवाई थी, जिसके बाद सिविल सेवा 1958 के नियम 16 के तहत अनियमितताओं   के कारण बीडी गालव को सस्पेंड किया गया.

रिटायर से पहले बचाने की तैयारी?
अब सवाल ये है कि क्या निलंबन के बाद बिना चार्जशीट थमाए ही आदेश REVOKE होंगे? क्या रिटायरमेंट से पहले जलदाय विभाग भगवान दास गालव को बचाने की तैयारी तो नहीं कर रहा?

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