सोशल मीडिया और खेती के मेल से लाखों कमा रहा है गुजरात का ये युवक

आज के शहरीकरण युग में, गाँव के युवा पारंपरिक खेती किसानी को छोड़कर नौकरियों की तलाश में शहरों की ओर रुख कर रहे हैं. लेकिन गुजरात के एक छोटे से गांव में रहने वाले निकुंज बसोया ने एक ऐसी मिसाल पेश की है. जिसे अपना कर खेती से करोड़ो कमाए जा सकते हैं.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 28, 2019, 06:33 PM IST
    • ये है सोशल मीडिया की ताकत
    • किसान अपनी रेसिपी से कमाता है लाखों
    • दुनिया भर में करोड़ो लोग देखते हैं निकुंज का चैनल
सोशल मीडिया और खेती के मेल से लाखों कमा रहा है गुजरात का ये युवक

जामनगर: गुजरात में जामनगर के खिजडिया गांव के रहने वाले निकुंज वसोया की उम्र महज 30 साल है. उनके पास खेती की जमीन भी ज्यादा नहीं है. लेकिन उनकी कमाई लाखों में हैं. क्योंकि उन्होंने रास्ता ही ऐसा चुना है.

सोशल मीडिया और खेती का तैयार किया कांबिनेशन
निकुंज ने सीएस(CS) की पढ़ाई शुरु की थी. लेकिन उनका मन अपनी जमीनों और खेतों में ही ज्यादा रमता है. इसीलिए उन्होंने खेती को ही अपना करियर बनाने का मन बनाया. लेकिन एक नए आइडिए के साथ. निकुंज वसोया ने तकनीक को पारंपरिक खेती से जोड़ दिया. उन्होंने अपने ही गाँव और अपने खेत में उगाई सब्जियों को पकाते हुए उसका वीडियो शूट किया. जिसके बाद डिजिटल मीडिया के जरिए उसे करोड़ो लोगों तक पहुंचा दिया.

इसका परिणाम ये हुआ कि आज निकुंज के करोड़ो फॉलोवर हैं. वह अपने इस अलग तरह के आइडिए से हर महीने लाखों रुपए कमा रहे हैं. निकुंज ने अपने इस अनोखे आइडिए से देश भर के कुकिंग शो के चलाने वालों के सामने एक अनोखा कीर्तिमान स्थापित किया है.

गोबर से बनाइए पेपर और बन जाइए लखपति, पूरी प्रक्रिया जानने के लिए पढ़ें ये खबर

करोड़ो लोग जुड़े हैं निकुंज के साथ
शुरुआत में अपने इस नए आइडिए को स्थापित करने के लिए निकुंज वसोया कड़ी मेहनत करनी पड़ी. उन्होंने सात साल पहले इस काम की शुरुआत की थी. लेकिन अब निकुंद और उनका फूड-ऑन टीवी बेहद पॉपुलर हो चुका है. उनके देश-विदेश में एक मिलियन यानी दस लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स है. यही नहीं पिछले 7 सालों में निकुंज के काम को 35 करोड़ से अधिक लोगों ने देखा और सराहा है. आज निकुंज वसोया सोशल मीडिया के माध्यम से प्रति महीने लाखों रूपये कमा रहा हैं.

उत्तर प्रदेश का ये मंदिर जमीन को बंजर होने से बचाना सिखाता  है. जानने के लिए पढ़ें ये खबर

शुरुआती असफलता से भी निकुंज ने हिम्मत नहीं हारी
निकुंज का गांव खिजडिया जामनगर जिले में पड़ता है. यहां की आबादी मात्र 2 हजार है. निकुंज के पास मात्र 2 एकड़ यानी लगभग 5 बीघा जमीन है. लेकिन निकुंज के हौसले बड़े थे. उन्होंने कड़ी मेहनत और धैर्य से यह संदेश दिया कि यदि आप पूरे आत्मविश्वास के साथ काम करते हैं, तो आज के युवाओं को शहरों में जाने की भी आवश्यकता नहीं है और वह अपने अपने घर में ही लाखों रूपये कमा सकते है. निकुंज वसोया के परिवार ने पीढ़ी दर पीढ़ी तक केवल कृषि कार्य किया गया है.

इस व्यवसाय में भी निकुंज को परिवार से बहुत समर्थन मिला है. निकुंज के मार्गदर्शन में उनका परिवार खेत में 30 अलग-अलग सब्जियों को उगाता है. जिसके बाद निकुंज अपने खेत पर उगाई गई जैविक सब्जियों को तोड़ता है. इसके बाद खेत में ही अलग-अलग व्यंजन तैयार किए जाते हैं. जिन्हें यू-ट्यूब और अलग-अलग सोशल मीडिया के माध्यम से लाखों दर्शकों तक पहुंचाया जाता है.

दुनिया का सबसे अनोखा कलाकार, जो बनाता है विश्व की सबसे नन्ही किताबें

हौसले और नए आइडिए ने दिलाई दुनिया में पहचान
युवा हाईटेक किसान निकुंज वसोया को मिलियन व्यूअर्स पुरस्कार से YouTube द्वारा कई बार सम्मानित भी किया गया है. कई कुकिंग टीवी शो और अन्य मीडिया के अलावा निकुंज ने अपनी रसोई लोगों तक पहुंचाई है.

निकुंज का अपना फूड ऑन टीवी डिजिटल भी है. विशेष रूप से आज के जंक फूड के समय में निकुंज द्वारा बनाई गई देशी पद्धति से तैयार किए गए व्यंजन लोगों के दिलों में अपनी जगह बना रहे हैं. आज लोग अपने अपने घरों में निकुंज द्वारा बताई गई विधियों से अपने बच्चों को जंक फूड की जगह नए नए देसी व्यंजन परोस रहे हैं.

प्याज की बढ़ती कीमतों से पूरे देश में मचा हाहाकार

ट्रेंडिंग न्यूज़