Ajay Mishra Teni Profile: देश में सबसे अधिक 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश की चर्चित लखीमपुर खीरी सीट पर इस बार भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री रहे अजय मिश्रा टेनी को ही फिर से उतारा है. आइए, जानते हैं कि यूपी की राजनीति में इनके पॉपुलर होने का राज क्या है?
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Ajay Mishra Teni BJP: देश भर में भीषण गर्मी में लोकसभा चुनाव के लिए चल रहे प्रचार अभियानों के बीच 'ज़ी न्यूज़' ने सियासी जंग में उतरे तमाम राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों का सोशल स्कोर निकाला है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नेताओं की आम लोगों में पहुंच और असर के आधार पर ये लीडर सोशल स्कोर (LSS) निर्धारित किया गया है. आइए, उत्तर प्रदेश की लखीमपुर खीरी लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार अजय मिश्रा टेनी के सोशल स्कोर के बारे में जानते हैं.
भाजपा ने पहली सूची में ही बनाया लखीमपुर खीरी से प्रत्याशी
भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से अजय मिश्रा टेनी को यूपी की लखीमपुर खीरी लोकसभा सीट से टिकट देकर उन पर भरोसा जताया है. टेनी पिछले लोकसभा चुनाव 2019 के बाद 2020-21 हुए किसान आंदोलन के समय से सबसे विवादित चेहरों में शामिल रहे हैं. उनका बेटा आशीष मिश्रा लखीमपुर खीरी में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा का मुख्य आरोपी है. इसके बावजूद भाजपा ने अजय मिश्रा टेनी को टिकट देने से परहेज नहीं किया.
अजय मिश्रा टेनी के असर को बताने वाला एक फैक्ट यह भी है कि भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जैसे दिग्गजों के साथ अपने 195 लोकसभा प्रत्याशियों की पहली सूची में ही उनका नाम जारी कर दिया था.
2012 में पहली बार यूपी के विधानसभा सीट निघासन से विधायक
अजय मिश्रा टेनी का जन्म 25 सितंबर 1960 को लखीमपुर के बनवीरपुर गांव में हुआ था. उन्होंने कानपुर विश्वविद्यालय से स्नातक के बाद कानून की भी डिग्री प्राप्त की है. साल 2012 में टेनी पहली बार यूपी के विधानसभा सीट निघासन से विधायक चुने गए थे. इसके बाद लोकसभा चुनाव 2014 में पहली बार वे भाजपा से सांसद चुने गए. जिसके बाद देश में बनी नरेंद्र मोदी सरकार में टेनी को ग्रामीण विकास पर स्थायी समिति, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की सलाहकार समिति, 2014-2018 तक वह आधिकारिक भाषा पर संसद की समिति, 2018-2019 तक वह आधिकारिक भाषा पर संसद की पहली उप-समिति के सदस्य तथा संयोजक बनाए गए.
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी रहे बहुत महत्वपूर्ण मंत्री
लोकसभा चुनाव 2019 में विजयी होने के बाद अजय मिश्रा दोबारा संसद पहुंचे थे. 7 जुलाई 2021 को उन्हें मोदी सरकार में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बनाया गया. उसके बाद 24 जुलाई 2019 को संसद की लोक लेखा समिति, 13 सितंबर 2019 को खाद्य, उपभोक्ता मामले और सार्वजनिक वितरण पर स्थायी समिति तथा 9 अक्टूबर 2019 को वह खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य बने.
लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद काफी सुर्खियों में रहे अजय मिश्रा टेनी
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी अचानक देशभर की चर्चा के केंद्र में आ गए थे. साल 2020-21 के दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर हुए किसान आंदोलन के बाद लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में अजय कुमार मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा ने कथित तौर पर किसानों की भीड़ पर अपनी एसयूवी कार चढ़ा दी थी. इसमें कम से कम 4 चार किसानों और एक पत्रकार की भी मौत हो गई थी. इसके बाद विपक्षी दलों ने इन हत्याओं को लेकर टेनी पर निशाना साधते हुए उनको सरकार से बर्खास्त करने की मांग की थी.
डिस्क्लेमर: लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.