अध्यात्म
आत्मा का आलाप
यहां रचने की छटपटाहट और आनंद है, तो द्वंद्व और सवाल भी हैं. इन्हीं सबको मथते हुए विचार की कुछ चिंगारियाँ फूटती हैं. कुछ निष्कर्ष हाथ आते हैं. पहेली-सा जीवन कुछ सार समेटे नई भाषा और भंगिमा में संबोधित होने लगता है.
Jan 22,2019, 22:57 PM IST
रंगमंच
नए उत्कर्ष का आलोक
आलोक ने संकीर्णताओं और ख़ानाबंदियों से खु़द को आज़ाद रखा है. यही वजह है कि छोटे शहरों, कस्बों से लेकर महानगरों के संघर्षशील रंगकर्मियों और मुंबई की मंडी तक उनका राब्ता रहा है.
Oct 30,2018, 19:42 PM IST
संजा परंपरा
सुरमई पंखों पर सवार होकर आई संजा परंपरा का लोक स्वर
कहते हैं संजा एक लोक देवी है जो हर साल अपनी सखी-कन्याओं के बीच श्राद्ध पक्ष के 15 दिनों तक हंसी-ठिठोली करने अपने अंचल में आ पहुंचती है.
Sep 20,2018, 16:15 PM IST
नीरज
यादों में : नीरज ने कहा था, 'जीवन का अध्यात्म गाया है मैंने गीतों में'
पीढ़ियां बदल गईं पर गोपालदास नीरज के गीतों को अपनी आत्मा में बसाने वाले उन्हें आज भी गौर से सुनते-गुनते हैं. भारत ही नहीं, सात समंदर पार बसी आबादी को भी गोपालास नीरज के गीतों का कारवां लुभाता रहा है.
Jul 20,2018, 18:08 PM IST
अमृतलाल वेगड़
यादें शेष: लोकमन में भीगा अमृत छलका गए वेगड़
पुण्य सलिला नर्मदा का यह मानस पुत्र छः जुलाई की सुबह नौ दशक की आयु पूरी कर महायात्रा पर निकल पड़ा.
Jul 7,2018, 21:08 PM IST
Madhukali
मधुकली वृंद : नई कविता को जनसंवादी बनाता वृंदगान
वृंदगान, संगीत की प्राचीन परंपरा का वह रूप है, जिसमें कभी वेदों की ऋचाएं गूंजती थीं, लोक और भक्ति पद, जिसमें पूरे समाज के प्रेरणादायी आश्रय बन जाते थे.
Apr 6,2018, 15:57 PM IST
Sharda Sinha
लोक गायिका शारदा सिन्हा के साथ कुछ दूर... कुछ देर: यह परंपरा में स्त्रियों का समय है
शारदा सिन्हा का कहना है कि लोकगीत हमारे पुरखों की देन हैं जिनमें हर इंसान को अपने सुख-दुख की आवाज सुनाई देती है. यह हमारी तहजीब की रखवाली करने वाला वो अस्त्र है जिससे हर मुश्किल पार की जा सकती है.
Apr 4,2018, 13:48 PM IST
Vinay upadhyay
धन्यता के गीत गाती आवाज़ें
सौन्दर्य के सितार पर सद्भाव का संगीत हैं. विकृति के बाज़ार में संस्कृति का शंखनाद हैं. संत प्यार की पेढ़ी पर परमात्मा की प्रार्थना है. वे सदाचरण के आशीष हैं. जागरण के ताबीज हैं.
Apr 2,2018, 14:23 PM IST
Pt Omprakash chaurasia
यादों में पं. ओमप्रकाश चौरसिया : अदम्य जिजीविषा की मिसाल
चौरसिया की पहचान एक संतूरवादक और कंपोजर की रही. उनके अकादमिक कार्यों की अलग श्रृंखला है लेकिन इस मसरूफियत के बीच नाट्य संगीत की ओर भी उनका रुझान रहा.
Apr 2,2018, 13:41 PM IST
World Theatre Day
थिएटर ओलंपियाड : सांस्कृतिक हस्तक्षेप का विश्वमंच
मनुष्य की आवाज़ को मुखरित करने का एक बड़ा ज़रिया रंगमंच है और इसे सारी दुनिया स्वीकारती है.
Mar 27,2018, 11:44 AM IST
विश्व रंगमंच दिवस : भरोसा अब भी कायम है...
पारंपरिक लोकनाट्यों के प्रदर्शनों में भी लोक समाज की गहरी रुचि है. यह जीवंत कला परंपरा है. इन कलारूपों तथा इनसे जुड़े कलाकारों का भी बहुत सम्मान है.
Mar 26,2018, 17:41 PM IST
Pt. Om Prakash Chaurasia
स्मृति शेष: पं. ओमप्रकाश चौरसिया; सुरीली ख्वाहिशें और कुछ कतरे रोशनी के
पंडित ओमप्रकाश चौरसिया की शख्सियत के कई पहलू रहे. सुरीला कंठ उन्हें प्रकृति ने दिया और इसी के चलते बचपन में ही गायन के प्रति रुझान हो गया. सागर में फिल्मी गीत और भजन गाते हुए परिवार के लोगों को उन्होंने इस बात के लिए राज़ी कर लिया था कि उन्हें गायन के विधिवत प्रशिक्षण के लिए रास्ता चुनना चाहिए.
Feb 27,2018, 12:48 PM IST
Kala lekhan
रंग सप्तक: कला लेखन की कंजूस फ़िक्रें...
दुर्भाग्यवश हमारे देश में जितने सरकारी और गैर सरकारी सांस्कृतिक संस्थान हैं वे अभी भी मीडिया के साथ कुंभकर्णी मुद्रा में हैं. उन्हें लगता है कि मीडिया खुद उनके पास जाएगा. इसलिए वे अभी भी सांस्कृतिक जनसंपर्क, विज्ञापन, प्रचार और नई मार्केटिंग से विमुख हैं.
Feb 20,2018, 14:16 PM IST
Khajuraho Dance Festival 2018
खजुराहो नृत्य समारोह (20 से 26 फरवरी): रंगपटल पर लय-गतियों का राग
मंदिर की पृष्ठभूमि में नृत्य का सम्मिलन एक अनोखे कलात्मक आनंद की अनुभूति कराता है. हालांकि शुरुआती कुछ बरस तक उत्कृष्टता के मानदण्ड और आयोजकीय स्वायत्तता कायम रहे और इसी गुणकारी और बेहतर पहल की वजह से यह समारोह अपनी साख अर्जित कर सका.
Feb 19,2018, 12:36 PM IST
Nida Fazli
अज़ीम शायर निदा फाज़ली : कहीं सपना ज़िंदा है...
राजनीति की रणभूमि पर चल रहे दांव-पेंच के खेल को भी इस अज़ीम शायर ने महसूस किया. कहा, ‘हमारे यहां ये क्यों हो रहा है? कैसे हो रहा है? किसके लिए हो रहा है? इन सवालों का एक ही जवाब है- इलेक्शन
Feb 8,2018, 11:22 AM IST
Rang Saptak
रंग सप्तक : जीवन के खरे आनंद से भरपूर धरती के छंद
लोकगीतों की अवधारणा को भारतीय समाज से जोड़कर देखें, तो संस्कार गीतों की एक भरी-पूरी दुनिया से हमारा सामना होता है. सरल-सहज और मिठासभरी धुनों में रचे-पगे सैकड़ों गीत परंपरा से गलबाहें करते हमारी आत्मा में उतर जाते हैं.
Jan 17,2018, 13:53 PM IST
रंग सप्तक : सबसे अलग आवाज़...
मुझे सबसे ज्यादा आलोक की कविताओं ने प्रभावित किया. ये कविताएं दरअसल मन से मन की बात हैं. आलोक को यह गलतफहमी कतई नहीं है कि उनके लिखे-कहे से साहित्य का कोई नया गोत्र शुरू हो रहा है. न ही साहित्य के किसी मठ में शरण लेने की उद्घोषणा उन्होंने कभी की.
Jan 16,2018, 16:07 PM IST
Collage
रंग सप्तक : कोलाज में रमते श्रीकांत
श्रीकांत कहते हैं, 'हर व्यक्ति का चीज़ों को देखने-परखने और अभिव्यक्त करने का अपना तरीका होता है. मेरे लिए अभिव्यक्ति जीवन की अनिवार्यता है. जो कुछ देखूं-समझूं और जानूं उसे शब्दों या रंगों द्वारा व्यक्त कर सकूं. अभिव्यक्ति की यह छटपटाहट मुझे निरंतर प्रयोगशील रखती हैं.
Jan 15,2018, 16:39 PM IST
रंग सप्तक : उत्सव गाती रेखाएं
ब्रजेश आत्म प्रशिक्षित कलाकार हैं. परंपरा ही उनकी गुरु है जिसकी पूंजी पूर्वजों से हासिल है. ब्रजेश को अपनी निमाड़ की धरती और वहां की लोकरंगी संस्कृति से अगाध प्रेम है.
Jan 12,2018, 13:02 PM IST
Pt Shankar Hombal
रंग सप्तक : दक्षिण में जन्मा उत्तर भारतीय
गुरु होम्बल का मानना था कि स्कूलों में प्राथमिक कक्षाओं से ही संगीत नृत्य एक अनिवार्य विषय होना चाहिए जैसा कि मप्र में पहले था. किन्हीं कारणवश बंद कर दिया गया. असल पहल तो कलाकार को ही करनी है. सरकार पर सब कुछ छोड़ेंगे तो कुछ होने वाला नहीं है. हां, सरकार को साथ में लेकर तो चलना ही पड़ेगा.
Jan 4,2018, 15:48 PM IST
Malini Awasthi
मालिनी अवस्थी : धरती के छंद गाती आवाज़
कभी किसी सभागार की चार-दीवारी में, कभी आसमान तले भीड़ भरे जलसे के मंच पर, कभी दूरदर्शन के किसी चैनल पर, तो कभी अपनों के बीच किसी छोटी महफिल में. आवाज़ और अंदाज़ के निरालेपन के बीच मालिनी की पेशकश यकीनन सुनने वालों पर करिश्माई असर करती है.
Dec 4,2017, 13:01 PM IST
Sayed Haider Raza
रंगों की ‘रज़ा' थी कि यादों का उजास कायम रहे
मध्यप्रदेश को इस बात का फ़क्र है कि दुनिया का यह बुलंदपाया चित्रकार इसी सूबे के एक गांव में पैदा हुआ. नर्मदा के किनारे मंडला ज़िले की सरहद में बसा बबरिया देहात रज़ा की जन्मभूमि है.
Dec 1,2017, 12:30 PM IST
Girija Devi
विनम्र श्रद्धांजलि : गिरिजा देवी, काशी की कंठ माधुरी पर हर कोई था निहाल
बनारस के गैल-गलियारों, हवेलियों और मंदिरों से लेकर सीमा पार के मुल्कों की महफिलों तक गिरिजा देवी अपनी निराली तान का तिलिस्म जगा चुकी थीं. मान और शान अपने उत्कर्ष का चरम छू चुके थे लेकिन इन सबके वज़न से उनकी सहजता झुकी नहीं.
Oct 25,2017, 14:15 PM IST
chhannulal mishra
रुह में बसे रहते हैं गुरु
गुरु-शिष्य परंपरा के बगैर हमारे संगीत की विकास यात्रा को समझना निरर्थक होगा. आदिकाल से इस परंपरा को सम्मान और महत्व मिलता रहा है. वेद, शास्त्र, पुराण से लेकर आज तक गुरु और शिष्य की नातेदारी बराबर बनी हुई है.
Oct 13,2017, 18:30 PM IST
'देखा, सीखा और परख्या ही काम आता है'
काशी की कंठ माधुरी से झरता राग रस का सम्मोहन इस मायने में अनोखा था कि इसके साथ तपस्या के ताप में निखरे सुरों की आभा थी. अपनापे की प्रभा थी. ...और इस महिमा को अपने गान-व्यक्तित्व में धारण किए आंखों के सामने थी गंगा किनारे की गिरिजा.
Oct 12,2017, 15:12 PM IST
Adiwasi Lok Nritiya
लय-ताल के मन छूते रूपक
अगर क्षिति, जल, पावक, गगन और समीर इन पांच तत्वों से मिलकर हमारी देह का निर्माण हुआ है, तो यही पंचभूत नाद बनकर हमारी चेतना में बार-बार घुलते-मिलते हैं. हमारे राग-विराग, संयोग-वियोग, आंसू और मुस्कुराहटों, चुप्पियों और कोलाहल, जीवन की प्रत्येक हलचल में प्रकृति का कण-कण गूंजता है.
Oct 9,2017, 12:40 PM IST
pandit shiv kumar sharma
पिता ने कहा था- 'तू और तेरा साज एक हो जाएंगे'
विश्वख्याति प्राप्त संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा ने पिछले दिनों भोपाल स्थित कलाओं के घर भारत भवन में संतूर समारोह के दौरान श्रोताओं के बीच अपनी कला यात्रा से जुड़ी स्मृतियां साझा की. उनसे यह संवाद किया वरिष्ठ कला समीक्षक विनय उपाध्याय ने. इस दिलचस्प बातचीत को कथात्मक शैली में बुना गया है.
Oct 7,2017, 15:41 PM IST
शताब्दी संगीत पुरुष : पंडित नंदकिशोर शर्मा...
सच्चे कर्मयोगी कभी भी अपनी साधना के दिन नहीं गिनते, लेकिन इतिहास के पन्नों पर उनके पुरुषार्थ के सुनहरे हस्ताक्षर खुद-ब-खुद उनकी महिमा बखान करते हैं. वक्त की धूल को बुहारकर जब भी आने वाली नस्लें गुजश्ता दौर को याद करती हैं, ये उजले हस्ताक्षर नुमाया होते हैं और कहानियां बोल पड़ती हैं... भोपाल की सरज़मीं पर संगीत के सतरंगी संस्कारों और विरासत में पाई परंपरा की नई इबारत रचने वाले पंडित नंदकिशोर शर्मा एक ऐसी ही विलक्षण विभूति के रूप में प्रकट हुए. अपने कर्मशील जीवन का एक-एक क्षण उन्होंने जिस निष्ठा, समर्पण और रचनात्मक संघर्ष के बीच गुज़ारा वह नई पीढ़ी के लिए वरदाई मंत्र बन गया है.
Oct 6,2017, 12:24 PM IST
सुर से आगे निकल जाऊं
किशोरी आमोणकर की तल्लीनता और समर्पण का यह सामर्थ्य यकीनन उनके बुनियादी संस्कार तालीम और तपस्या का ही नतीजा रहा. उनसे मिलना, वाग्देवी की प्रभा से आलोकित होना था. उनके कला स्वाभिमान और ज्ञान-ध्यान से सारी दुनिया परिचित थी.
Oct 5,2017, 16:56 PM IST
art work
रेखाओं का साज़ है... रंगों की धुन है
चित्रों की रचना करते हुए एक अनोखे संसार में अपने तरीके से रहने की राहें खुलीं. उस संसार में, जहां उसका अपना सुख-दुख, अपने पहाड़, अपनी नदी, अपने मौसम और अपने रंग हैं जो उस ज़मीन पर एक आकाश को असीम और अनंत बनाए हुए हैं. इस रंग-दर्शन में अखिलेश ज़िंदगी के अंधरे-उजालों से खामोश गुफ्तगू करते हैं.
Oct 3,2017, 14:10 PM IST
Navratri 2017
संकीर्तन: गाती-नाचती प्रार्थनाएं
घर्षण, मिश्रण और प्रदूषण के इस दौर में दुर्भाग्य से जीवन को शांति और संबल देने वाली भक्ति की लोकतांत्रिक चेष्टा भी काफी हद तक प्रभावित हुई है. पवित्र आस्था और निर्मल आनंद का संचार करने वाला भक्ति संगीत जब फूहड़ सिने गीतों की पेरोडी का चोला पहनकर हमारा मानस प्रदूषित करने पर आमादा हो और जगरातों के नाम पर शोरभरी निरर्थक भक्ति की चकाचौंध भोली भीड़ को अपने व्यापार का ज़रिया बना रही हो, तब शायद ये जरूरी है कि हम उस विरासत को भी याद करें जहां जीवन का विश्राम है. सच्ची अन्तर्लय खोजने की राहें हैं.
Sep 21,2017, 18:17 PM IST
Abha Bharti
बादलों के संग बावरी उड़ान
दुर्भाग्य से हमारे समय के साहित्य और कला के क्षेत्र में पूर्वाग्रह और अनदेखी का आलम इस कदर व्याप्त हो गया है कि रातों-रात महान बनाने या पुरस्कार-अलंकरणों से नवाज़ने वाली व्यावसायिक फर्मों से फासला बनाने वाले कस्बे के सहज कवि-कलाकारों की टोह लेने की गरज़ भला किसे!
Sep 11,2017, 18:29 PM IST
Hridaynath Mangeshkar
अनबूझा है नाद का रहस्य
हमारे संगीत की अनमोल निधि के रूप में पं. हृदयनाथ मंगेशकर आदर के पात्र रहे हैं. कल्पना की असीम उड़ान भरते हुए भाव सरगम की ऐसी विलक्षण, उदात्त और मधुर धुनें उन्होंने रची हैं जिसकी दूसरी मिसाल खोजना कठिन है.
Sep 8,2017, 18:58 PM IST
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